यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पुलिस ने जासूसी के मामले में गिरफ्तार किया है. ज्योति को लेकर लगातार एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. जासूसी के आरोप में पकड़ी गई ज्योति की कुछ नई बातें सामने आई हैं. ज्योति मल्होत्रा जब बाहर जाती थी तो डायरी में मन की बात का जिक्र जरूर करती थी.
ज्योति की डायरी में क्या है?
पाकिस्तान की जासूसी के आरोप में पकड़ी गई ज्योति के बारे में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं. अब ज्योति के बारे में पता चला है कि वो जब भी बाहर जाती थी, अपनी डायरी में इसका जिक्र करती थी. वो रात एक बजे तक एडिट का काम करती थी, वीडियो बनाती, अपलोड करती थी. टूर पर जाती तो अपने पिता से दिल्ली जाने की बात कह कर जाती थी. ज्योति हमेशा अपने साथ डायरी रखती थी.
घर कोई नहीं आता था, दोस्तों के पास जाती थी ज्योति-
देश-विदेश जाती तो उसमें अपने मन की बात नोट करती थी. दस पन्नों की डायरी में नोट्स बनाया है. आठ पेज पर अंग्रेजी में लिखा है, जबकि पाकिस्तान के बारे में तीन पेज पर हिन्दी में लिखा है. ज्योति ने इंडोनेशिया-बाली ट्रिप की वीडियो अपलोड करके लाख रुपये खर्च होने का ज़िक्र किया था. परिजनों ने कमरे से ज्योति की तस्वीर हटा दी है. पिता ने सभी फोटो को हटा दिया है. परिजनों के अनुसार हिसार में दोस्तों के पास कुछ देर के लिए जाती थी. उनके घर पर कोई नहीं आता था. सभी जांच एजेंसियां लगातार जांच में जुटी हुई हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार ज्योति के कश्मीर में बनाए गए सभी वीडियो की बारीकियों से जांच की जा रही है. जिसमें उसके साथ ओडिशा की पुरी की प्रियंका सेतुपति नजर आ रही है. जांच एजेंसियों ने प्रियंका से पूछताछ की है.
डायरी में पाकिस्तान को लेकर क्या है?
ज्योति ने डायरी में पाकिस्तान को लेकर लिखा है कि पाकिस्तान से दस दिनों का सफर तय करके आज गई हूं अपने देश इंडिया भारत. इस दौरान पाकिस्तान की आवास से काफी मोहब्बत मिली है. हमारे सब्सक्राइबर फ्रेंड्स भी हमसे मिलने आए. लाहौर घुमन के लिए मिला तो दो का वक्त काफी कम था. सरहदो की दूरियां पता नहीं कब तक बरकरार रहेगी, पर दिल के जो गिले शिकवे वो मिट जाए. हम सब एक ही धरती, एक ही मिट्टी के है. अगर ऐसा कुछ हो, जिसका वीडियो में शेयर ना किया तो आप बेझिझक कमेंट में पूछ सकते हैं, अब दीजिए इजाजत पाकिस्तान की सरहद यही तक थी.
ज्योति ने लिखा है कि पाकिस्तान सरकार इंडियन के लिए गुरुद्वारे और मंदिरों के रास्ते खोले. सहूलियत पैदा करके हिंदू लोग भी वहां विजिट कर पाएं. वहां के मंदिरों का भी पोस्ट करें और अपनी फैमिली जो 1947 के समय बिछड़ गई थी, उनसे मिल पाए.
(प्रवीण कुमार की रिपोर्ट)
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