Dwarka Acid Attack: देश में तेजाब की बिक्री पर बनाए गए हैं कई नियम, बावजूद इसके गली-गली में सब्जियों की तरह बिक रहा Acid

लड़की के बात करने से इनकार करने पर पड़ोस में रहने वाले युवक ने ही दोस्तों से साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया. आरोपी सचिन की छात्रा से दोस्ती थी लेकिन वह तीन महीने से उससे बात नहीं कर रही थी.

dwarka mor acid attack
अपूर्वा राय
  • नई दिल्ली,
  • 15 दिसंबर 2022,
  • अपडेटेड 12:11 PM IST
  • बिना लाइसेंस के एसिड की बिक्री पर रोक
  • दुकानदार बिना परिचय पत्र देखे एसिड नहीं देंगे.

द्वारका जिले के मोहन गार्डन में बुधवार की सुबह 17 साल की लड़की के ऊपर एक लड़के ने एसिड फेंक दिया था. पीड़िता फिलहाल दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती है. जहां पर उसका इलाज किया जा रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक मंगलवार की सुबह जब उसे अस्पताल लाया गया तो आठ परसेंट बर्न इंजरी थी. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

इस बात से नाराज था आरोपी

पुलिस ने बताया कि सचिन और लड़की दोस्त थे और एक ही इलाके में रहते थे. बाद में लड़की ने ब्रेकअप कर लिया था. लड़की के बात करने से इनकार करने पर पड़ोस में रहने वाले युवक ने ही दोस्तों से साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया. आरोपी सचिन की छात्रा से दोस्ती थी लेकिन वह तीन महीने से उससे बात नहीं कर रही थी. आरोपियों ने एसिड को ऑनलाइन वेबसाइट से आर्डर करके मंगाया था. पुलिस फिलहाल एक्सपर्ट के जरिए जानने की कोशिश कर रही है कि जिस एसिड का इस्तेमाल किया गया है वह कितना कंसंट्रेटेड था. पुलिस गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों के नाम सचिन अरोड़ा, हर्षित अग्रवाल और वीरेंद्र सिंह है. 

दोस्तों के साथ मिलकर दिया घटना को अंजाम

सचिन अरोड़ा की उम्र 20 साल है, और वो वॉल पेपर लगाने का काम करता है, जबकि 19 साल का हर्षित एक प्राइवेट कंपनी में पैकिंग का काम करता है. 22 साल का वीरेंद्र जेनरेटर मैकेनिक का काम करता है. पुलिस के मुताबिक एसिड अटैक से पहले सचिन ने हर्षित और वीरेंद्र के साथ पूरी प्लानिंग कर ली थी. सचिन बाइक पर पीछे बैठा था और उसी ने पीड़िता पर एसिड फेंका था, बाइक हर्षित चला रहा था जबकि वीरेंद्र आरोपियों के मोबाइल लेकर दूसरी जगह छिपा था ताकि जांच में मोबाइल लोकेशन दूसरी जगह का दिखे.

तेजाब बिक्री को लेकर क्या हैं नियम

  • तेजाब खरीदने वालों को दुकानदार के पास पहचान पत्र जमा कराना चाहिए. इस बारे में कुछ साल पहले दिल्ली पुलिस की तरफ से सभी  जिलों के प्रमुखों व SHO को टेलीप्रिंटर मैसेज जारी कर यह गया था कि इलाके के दुकानदार बिना पहचान पत्र के तेजाब की बिक्री न करें.

  • कोई भी दुकानदार बिना लाइसेंस के तेजाब की बिक्री नहीं कर सकता. लाइसेंसी दुकानदार के पास एसिड रखने के रिकॉर्ड का भी ब्यौरा रखना होत है. जरूरत से ज्यादा स्टॉक रखने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की व्यवस्था भी बनाई गई है.

  • सभी विक्रेता एसिड तभी बेचेंगे जब खरीदार ने सरकार द्वारा जारी एक फोटो आईडी (जिसमें व्यक्ति का पता भी हो) और वो एसिड खरीदने का कारण भी बताए.

  • 18 वर्ष से कम आयु का कोई भी व्यक्ति न तो तेजाब बेच पाएगा न ही खरीद पाएगा.

  • तेजाब बिक्री के किसी भी निर्देश का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति पर 50 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है बावजूद इसके हर गली-मोहल्ले की छोटी बड़ी दुकानों में तेजाब आसानी से उपलब्ध है.
     

वो ऐतिहासिक फैसला, जिसकी वजह से तेजाब की बिक्री पर लगी रोक

6 फरवरी 2015 को एसिड सर्वाइवर्स के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया था. लक्ष्मी बनाम भारत संघ केस में सुप्रीम कोर्ट ने एसिड की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के संबंध में निर्देश दिया कि केंद्र और राज्य/केंद्र शासित प्रदेश जहर अधिनियम, 1919 के तहत अपराधों को संज्ञेय और गैर-जमानती बनाने की दिशा में काम करेंगे. जब तक एसिड और अन्य संक्षारक पदार्थों की बिक्री को विनियमित करने के नियम लागू नहीं होते, तब तक तेजाब की बिक्री प्रतिबंधित रहेगी. कोर्ट ने निजी अस्पतालों को यह निर्देश भी जारी किया था कि वे एसिड अटैक के शिकार लोगों का मुफ्त एवं पूरा इलाज करेंगे. इस फैसले के बाद ही देश में एसिड हमले को गंभीर अपराध की श्रेणी में डाला गया था और पीड़ितों के लिए मुआवजे की योजना प्रस्तावित की गई थी.

सब्जी की तरह कैसे बिक रहा तेजाब?

दिल्ली के एलजी वी. के. सक्सेना ने इस पूरे मामले पर पुलिस कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी है. उपराज्यपाल ने पूछा है कि दिल्ली में तेजाब बेचने पर प्रतिबंध के बावजूद इसे आखिर कैसे खरीदा गया. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इस मामले में दिल्ली सरकार से सवाल किया है. उन्होंने कहा कि प्रतिबंध के बावजूद दिल्ली में सब्जी की तरह तेजाब की बिक्री कैसे हो रही है? उन्होंने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर विस्तृत जानकारी भी मांगी है.

 

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