अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर एक बार फिर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर सीधा कहा है कि भाजपा ने गोवा को एक ऐसा राज्य बना दिया है, जिसमें कानून पूरी तरह से खत्म हो चुका है. उनका कहना है कि गोवा में दिनदहाड़े मर्डर, शूट आउट, चोरी जैसी वारदाते हो रही हैं. लेकिन राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है.
क्यों केजरीवाल भाजपा पर भड़के
दरअसल गुरुवार दोपहर को सलीगाओ के मुद्दोवाडो में एक किराए के घर में दो लोगों की खून से लथपथ लाशें मिलीं थी. पुलिस ने मरने वालों की पहचान गुइरिम के रिचर्ड डी'मेलो और अभिषेक गुप्ता के तौर पर की है, जो असल में इंदौर, मध्य प्रदेश के रहने वाले थे लेकिन अभी सलीगाओ में रह रहे थे.
वहीं सोमवार रात को पेरनेम के नाइबाग में गोलियां चलीं, जिसमें बिहार के दो लोग घायल हो गए. घायलों की पहचान लालबाबू गौड़ (37) और रामऋषि पासवान (54) के तौर पर हुई है, दोनों पेरनेम के पोरोस्कोडेम के रहने वाले हैं और बिहार के रहने वाले हैं. दोनों का इलाज बम्बोलिम के गोवा मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. दरअसल यह गोलियां एक विवाद को लेकर चली जिसमें अवैध रेत निकालने से जुड़ा एक मुद्दा था.
तो एक अन्य मामले में मंगलवार को मोरजिम के वरचावाड़ा में एक 63 साल के आदमी को अनजान लोग कथित तौर पर पीट-पीटकर मार डालते हैं. मृतक की पहचान उमाकांत के तौर पर होती है जो इलाके की एक प्रॉपर्टी में किराएदार था. जानकारी के मुताबिक, जिस प्रॉपर्टी में खोत किराएदार था, उसे हाल ही में मकान मालिक ने उसकी जानकारी के बिना बेच दिया था.
बिक्री के बाद, खोत ने एक साइट पर चल रहे पहाड़ी काटने के काम के खिलाफ बार-बार शिकायतें कीं, जिससे पर्यावरण और किराएदारी से जुड़ी चिंताएं बढ़ गईं. अशंका जताई जा रही है कि उसकी हत्या पहाड़ी काटने के मामले का विरोध करने के चलते हुई.
क्या कहना है केजरीवाल का?
केजरीवाल का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में ही पहाड़ी कटाई का विरोध करने वाले एक गोवा के नागरिक की हत्या कर दी गई. गैर-कानूनी रेत निकालने को लेकर नागरिकों पर गोली चलाई गई. एक युवक को पुलिस स्टेशन के अंदर पीटा गया. सलीगाओ में खून से लथपथ लोगों को मार दिया गया. वह इन सब मुद्दों को लेकर गोवा की चरमराई कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे है. बता दें कि गोवा में भाजपा की सरकार है.