काफी तेज तर्रार आईपीएस में विकास वैभव का नाम शुमार होता है. वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के साथ-साथ गरीब और असहाय युवाओं को शिक्षा और प्रदेश में ही रोजगार मिल सके, इसको लेकर लेट्स इंस्पायर बिहार नाम से एक मुहिम भी चला रहे हैं. उन्होंने दो साल पहले लेट्स इंस्पायर बिहार मुहिम कि शुरुआत की थी और अब तक 76 हजार लोग इस मुहिम से जुड़ चुके हैं. आइए जानते हैं आईपीएस विकास वैभव ने इस मुहिम को लेकर क्या कहा?
2047 तक बिहार कि तस्वीर बदलने की कोशिश
आईपीएस विकास वैभव ने बताया कि लेट्स इंस्पायर बिहार एक सार्वजनिक शैक्षणिक और रोजगार के क्षेत्र में बदलाव लाने की मुहिम है, जिसमे 76 हजार लोग जुड़ गए हैं. हम 2047 तक बिहार कि पूरी तस्वीर बदलने की कोशिश में हैं. इसके जरिए एक क्रांति आएगी कि अगले 5 साल में हम बिहार के युवाओं को बिहार में ही रोजगार दें, जिसकी वजह से उन्हें बाहर न जाना पड़े.
इस तरह से मुहिम छेड़ने की मिली प्रेरणा
विकास वैभव ने बताया नौवीं क्लास में भोपाल में बच्चों ने बिहारी कह कर चिढ़ाया, तब सोचा बिहार कि छवि बदलनी है, उसके बाद 1997 में आईआईटी के पेपर लीक हुए उसमें बिहार शामिल था. इसके बाद पकड़ुआ शादी की बातों ने बिहार को बदलने की मुहिम छेड़ने की प्रेरणा दी. इसलिए आज हम कोशिश कर रहे हैं कि जाति-धर्म और लिंग भेद के सभी भेदभावों से ऊपर उठकर एक साथ बिहार को उन्नतिशील बनाने की कोशिश करें.
युवाओं को स्टार्टअप करने के लिए किया जाएगा प्रेरित
विकास वैभव ने बताया कि बिहार की प्रगति को रोकने के पीछे रोजगार की कमी और बड़ी जनसंख्या एक वजह है. मुख्य रूप से लेट्स इंस्पायर बिहार मुहिम के जरिए युवाओं को स्टार्टअप करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. ये हर जिले में स्थापित किया जाए जिससे रोजगार का सृजन आसनी से हो.
राजनीति में कदम रखने के सवाल पर जानें क्या बोले आईपीएस विकास वैभव
राजनीति में कदम रखने के सवाल पर आईपीएस विकास वैभव ने बताया कि राजनीति समाज को बदलने का एक सशक्त माध्यम है और अच्छे लोगों को इससे जुड़ना चाहिए. अच्छे लोग राजनीति में आए भी हैं लेकिन है प्रयास राजनीति से ऊपर है.
दिल्ली के NDMC सभा भवन में किया गया आयोजन
सीईओ आर रवि कुमार ने बताया कि लेट्स इंस्पायर बिहार, जिसका विजन 2047 तक बिहार के तस्वीर को बदलने की है, उसका आयोजन दिल्ली के NDMC सभा भवन में किया गया. इसमें मुख्यातिथि आईपीएस विकास वैभव के साथ बिहार के कई जाने माने लोगों ने भाग लिया.
IIT इंजीनियर रह चुके हैं विकास वैभव
विकास वैभव मूल रूप से बेगूसराय के बिहट के रहने वाले हैं. 21 नवंबर 1979 को उनका जन्म हुआ था. बचपन से ही मेधावी छात्र रहे विकास आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग में पोस्ट ग्रेजुएट किए. 2003 बैच के वह आईपीएस अधिकारी हैं. प्रशासनिक सेवा में उन्होंने पूरे भारत में 60वां स्थान हासिल किया था. विकास वैभव से बड़े-बड़े अपराधी खौफ खाते हैं. उनकी अबतक की यात्रा बेहद दिलचस्प रही है. आईपीएस विकास वैभव भागलपुर, गया, रोहतास, दरभंगा सहित कई जगहों पर सेवा दे चुके हैं. वह दिल्ली में एनआईए में भी सेवा दे चुके हैं. काफी तेज तर्रार आईपीएस में विकास वैभव का नाम शुमार होता है.