उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी प्रशासनिक कुर्सी को लेकर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक मंथन चल रहा है. मौजूदा प्रमुख सचिव मनोज कुमार का कार्यकाल का आज यानी 31 जुलाई को आखिरी दिन है. लेकिन अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि यूपी का अगला मुख्य सचिव कौन होगा? योगी सरकार ने मनोज सिंह को एक साल का सेवा विस्तार देने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है, लेकिन अभी तक केंद्र से अंतिम आदेश नहीं आया है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या मनोज सिंह को एक्सटेंशन मिलेगा या किसी नए चेहरे को मौका मिलेगा?
सीएम योगी के करीबी हैं मनोज सिंह-
मनोज कुमार सिंह, जिन्हें जून 2024 में मुख्य सचिव बनाया गया था, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के करीबी अफसरों में गिने जाते हैं. इससे पहले भी यूपी के मुख्य सचिवों अनूप चंद्र पांडेय और दुर्गा शंकर मिश्र को केंद्र सरकार ने सेवा विस्तार दिया था. अफसरशाही का मानना है कि अगर मनोज सिंह के सेवा विस्तार का फैसला हुआ तो आज ही केंद्र सरकार की तरफ से पत्र जारी होगा, जैसा पहले भी होता रहा है.
रेस में कौन-कौन शामिल?
अगर मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार नहीं मिलता है, तो तीन वरिष्ठ आईएएस अफसरों के नाम सबसे आगे माने जा रहे हैं. इनमें मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल, केंद्र में तैनात देवेश चतुर्वेदी और अपर मुख्य सचिव (वित्त व कृषि उत्पादन आयुक्त) दीपक कुमार शामिल हैं. ये तीनों ही प्रशासनिक अनुभव और मुख्यमंत्री से अच्छे तालमेल की वजह से चर्चा में हैं.
शशि प्रकाश गोयल मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव हैं और योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद हैं. अगर वो मुख्य सचिव बनते हैं तो उनका कार्यकाल जनवरी 2027 तक रहेगा. वो पिछले 8 साल से पंचम तल में तैनात हैं. जबकि देवेश चतुर्वेदी उत्तर प्रदेश कैडर से 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. पिछले साल यूपी से केंद्र में आए हैं और कृषि मंत्रालय के सचिव हैं.
प्रदेश का अगला मुख्य सचिव कौन होगा, इसे लेकर न केवल नौकरशाही बल्कि राजनीतिक हलकों में भी उत्सुकता बनी हुई है. केंद्र सरकार का फैसला ही यह तय करेगा कि मौजूदा मुख्य सचिव को विस्तार मिलेगा या नए नाम को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी.
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