मई के महीने में मौसम का मिजाज कुछ ऐसा कूल हुआ कि तन मन सब ठंडे हो गए. पहाड़ से लेकर मैदान तक सर्दी के आगोश में लिपट गए. माहौल तो अप्रैल की आखिरी तारीख से ही बन गया था, लेकिन मई की दस्तक के साथ गर्मी की तपिश गायब हो चुकी थी. आसमान में काले काले बादलों ने डेरा डाल लिया और फिर बदरा ऐसे बरसे की बरसात से पहले ही सावन का सीजन आ गया.
पहाड़ों पर हो रही हो रही है बर्फबारी
केदारनाथ में आसमान से लगातार हो रही बर्फीली बरसात भी श्रद्धालुओं के हौसले डिगा नहीं पा रही. माइनस में गोते लगा रहे तापमान और बर्फबारी के बावजूद भक्त भोले के दर्शन के लिए डटे हुए हैं. हालांकि मौसम की दुश्वारियों को देखते हुए 3 मई तक केदारनाथ धाम यात्रा के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही रजिस्ट्रेशन रोक दिए गए हैं. चमोली में भी मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है. बदरीनाथ धाम में भी श्रद्धालुओं का हौसला बारिश और सर्द मौसम पर भारी पड़ रहा है. बारिश के बावजूद भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है.
दिल्ली में लुढ़का पारा
दिल्ली एनसीआर में मौसम तो रविवार शाम से ही काफी ठंडा हो गया था. लेकिन मई की सुबह बादल आए और झूमकर बरसे. जिससे लोगों को गर्मी की तपिश से राहत मिल गई. मौसम विभाग की मानें तो ये राहत हफ्ते भर रहने वाली है. दिल्ली के तमाम इलाकों में दिनभर बारिश का आलम रहा. पिछले हफ्ते 40 के पार गया पारा अचानक से लुढ़ककर नीचे आ गया. सर्द मौसम ने पूरे दिल्ली एनसीआर का ही नहीं, तमाम मैदानी इलाकों का मौसम कूल कूल कर दिया.
मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने जम्मू कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. दिल्ली में येलो अलर्ट है. मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ को मौसम में बदलाव की बड़ी वजह बताया है. मई में झमाझम बारिश की वजह दूसरा पश्चिमी विक्षोभ है. जिसकी वजह से हवाएं 25 से 30 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही हैं. हरियाणा में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने से भी थंडर स्टॉर्म एक्टिविटी हो रही हैं. मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती प्रसार के रूप में मध्य पाकिस्तान और इसके निचले स्तरों में बना हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक ताजा पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर पश्चिम भारत के कई राज्यों में अभी देखने को मिलेगा....आज और कल भी बारिश होगी और आगे कुछ दिन तापमान में गिरावट बनी रह सकती है. यानी तकरीबन मई का ये पहला हफ्ता कूल कूल रहने वाला है.
मई के पहले दिन ने तोड़ा 10 साल का रिकॉर्ड
मई का महीना अपनी गर्मी और तपिश के लिए जाना जाता है लेकिन जिस तरह बारिश और बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट आई है. वो फरवरी महीने की ठंडक का एहसास करा रही है. कल यानी मई महीने का पहला दिन, पिछले 10 साल में सबसे ज्यादा ठंडा दिन रहा. मौसम विभाग की मानें तो अभी अगले दो दिन और पश्चिमी विक्षोभ का असर बना रहेगा.
लोगों के लिए पहेली बना है मौसम
पश्चिमी विक्षोभ के इसी असर की वजह से अधिकतम तापमान में अभी और गिरावट आने की संभावना है. कहा तो ये भी जा रहा है कि इस बार मई महीने में बारिश भी सारे रिकॉर्ड तोड़ेगी. इस साल के मार्च की बात करें तो दिल्ली में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी. वहीं इसी साल फरवरी का महीना 17 साल में सबसे ज्यादा गर्म महीना रहा था. यही नहीं जनवरी की बात करें तो इस बार इतनी सर्दी पड़ी की उसने पिछले 11 साल का रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया. जाहिर है मौसम के मिजाज ने जनवरी से ही लोगों को चौंका रखा है.. लेकिन अब चिंता इस बात को लेकर है कि कहीं मौसम का ये मिजाज मानसून की रफ्तार पर असर ना डाले.