22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद 7 मई 2025 को भारतीय सेना की ओर से चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के दौरान पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में कई आतंकवादी मारे गए. इन मारे गए आतंकियों में कंधार हाईजैक का मास्टरमाइंड मो. यूसुफ अजहर और मुंबई हमले में शामिल अबू जुंदाल सहित 5 खूंखार आतंकवादी भी शामिल थे. रक्षा मंत्रालय ने इन मारे गए आतंकवादियों की एक लिस्ट जारी की है. आइए भारतीय सेना द्वारा जहन्नुम रसीद किए गए एक-एक आतंकवादियों की कुंडली जानते हैं.
इन खूंखार आतंकियों को भारत ने किया ढेर
7 मई की सुबह 1:30 बजे के करीब भारत ने जिन पांच खूंखार आतंकियों के ढेर किए थे उनमें मुदस्सर खादियन खास उर्फ मुदस्सर उर्फ अबू जुंदाल, हाफिज मुहम्मद जमील, मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद जी उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ घोसी साहब, खालिद उर्फ अबू अकाशा और मोहम्मद हसन खान शामिल थे. हाफिज मुहम्मद जमील और यूसुफ अजहर दोनों जैश-ए-मोहम्मद चीफ मसूद अजहर के साले थे. यूसुफ अजहर कंधार हाईजैक में मामले में वांटेड था.
1. अबू जुंदाल
मुदस्सर खादियन खास उर्फ मुदस्सर उर्फ अबू जुंदाल आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था. वह मुरीदके में लश्कर के हेडक्वार्टर मरकजे तैयबा का प्रभारी था. पाकिस्तान में इसकी इतनी चलती थी कि उसके अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना की ओर से सुपुर्द-ए-खाक के दौरान गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. उसके जनाजे की नमाज एक सरकारी स्कूल में पढ़ी गई, जिसका नेतृत्व जमात-उद-दावा (एक घोषित वैश्विक आतंकवादी) के हाफिज अब्दुल रऊफ ने किया. पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने उसे मिट्टी दी. पाकिस्तानी सेना के एक सेवारत लेफ्टिनेंट जनरल और पंजाब पुलिस के आईजी अबू जुंदाल के नमाज-ए-जनाजा में शामिल हुए.
2. हाफिज मुहम्मद जमील
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से हाफिज मुहम्मद जमील जुड़ा था. वह मौलाना मसूद अजहर का सबसे बड़ा साला था. वह बहावलपुर में स्थित जैश के हेडक्वार्टर मरकज सुभान अल्लाह का प्रभारी था. वह को युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और जैश-ए-मोहम्मद के लिए धन जुटाने का काम करता था.
3. मोहम्मद यूसुफ अजहर
मोहम्मद यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद जी उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ घोसी साहब जैश-ए-मोहम्मद का एक प्रमुख कमांडर था. वह मौलाना मसूद अजहर का साला था. मोहम्मद यूसुफ जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था. साल 1998 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC 814 के अपहरण के मामले में वह वांछित था. इस हाईजैकिंग के बाद मसूद अजहर को भारत की जेल से छोड़ा गया था. वह जैश-ए-मोहम्मद के लिए हथियारों की ट्रेनिंग का जिम्मा संभालता था.
4. खालिद उर्फ अबू अकाशा
आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से खालिद उर्फ अबू अकाशा जुड़ा था. वह जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था. वह अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी की जिम्मेदारी भी संभालता था. उसे फैसलाबाद के एक कब्रिस्तान में दफनाया गया. अबू अकाशा के नमाज-ए-जनाजा में पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर शामिल हुए.
5. मोहम्मद हसन खान
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा मोहम्मद हसन खान था. मोहम्मद हसन खान भी जैश से जुड़ा था. उसने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई थी.
भारत ने इन 9 आतंकी शिविरों को किए ढेर
भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था. इनमें से एक था नियंत्रण रेखा से 30 किमी की दूरी पर मुजफ्फराबाद, पीओके स्थित लश्कर-ए-तैयबा का कैंप सवाई नाला कैम्प, दूसरा था मुजफ्फराबाद में ही स्थित जैश-ए-मोहम्मद का कैंप मरकज सैयदना बिलाल.
भारतीय सेना जो तीसरे आतंकी शिविर को ध्वस्त किया था वह था नियंत्रण रेखा से 30 किमी दूर कोटली पीओके में स्थित लश्कर-ए-तैयबा का गुलपुर कैंप, चौथा था नियंत्रण रेखा से 9 किमी की दूरी पर भीमबेर, पीओके में स्थित लश्कर-ए-तैयबा का कैंप बरनाला, पांचवा था नियंत्रण रेखा से 13 किमी की दूरी पर कोटली में स्थित लश्कर-ए-तैयबा/जैश-ए-मोहम्मद का कैंप अब्बास, छठवां था अंतरराष्ट्रीय सीमा से 100 किमी दूर बहावलपुर में स्थित मरकज सुभानअल्लाह में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय मरकज सुभानअल्लाह,
सतवां था सीमा से 18 से 25 किमी दूर मुरीदके में स्थित लश्कर-ए-तैयबा का कैंप मरकज तैयबा, 8वां आतंकी शिविर था अंतरराष्ट्रीय सीमा से 6 किमी दूर सियालकोट में स्थित जैश-ए-मोहम्मद का कैंप सरजल और नौवां आतंकी शिविर था, जिसे भारती सेना ने ध्वस्त किया वह हिजबुल मुजाहिदीन का सियालकोट में स्थित महमूना जोया कैंप था. आपको मालूम हो कि भारत की एयर स्ट्राइक के बाद से जैश चीफ मसूद अजहर और लश्कर चीफ हाफिज सईद छिप गए हैं. भारत के एयर स्ट्राइक में मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य भी मारे गए थे. उसमें उसकी बहन से लेकर जीजा, भांजे से लेकर भाई तक शामिल थे.