पटना के लोगों का बरसों पुराना सपना आखिरकार आज हकीकत बन गया. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना मेट्रो रेल परियोजना के प्राथमिक कॉरिडोर के पहले चरण- 3.6 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड ट्रैक का भव्य उद्घाटन किया. यह मेट्रो 7 अक्टूबर से आम जनता के लिए शुरू हो जाएगी.
इस ऐतिहासिक मौके पर मुख्यमंत्री ने छह भूमिगत मेट्रो स्टेशनों (जिसमें पटना जंक्शन भी शामिल है) और 9.35 किलोमीटर लंबे टनल के निर्माण कार्य का शिलान्यास भी किया.
पटना मेट्रो: क्षमता और संचालन
पटना मेट्रो की एक ट्रेन में तीन कोच होंगे. प्रत्येक ट्रेन में लगभग 138 यात्री बैठ सकते हैं, जबकि 945 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकते हैं, यानी कुल मिलाकर एक यात्रा में करीब 1080 यात्री सफर कर पाएंगे. पहला फेज फिलहाल 3.6 किलोमीटर तक ही चलेगा, लेकिन यह शहर के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा.
रूट और स्टेशन
पहले चरण में मेट्रो का संचालन पटना जंक्शन से न्यू आईएसबीटी कॉरिडोर पर होगा, जिसमें फिलहाल तीन स्टेशन शामिल हैं:
भविष्य में पूरी ब्लू लाइन (नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर) की लंबाई 16.2 किलोमीटर होगी, जिसमें 5 एलिवेटेड और 7 भूमिगत स्टेशन होंगे.
पूरा होने पर 12 स्टेशन होंगे:
पटना जंक्शन, आकाशवाणी, गांधी मैदान, पीएमसीएच, पटना यूनिवर्सिटी, मोइन-उल-हक स्टेडियम, राजेंद्र नगर, मलाही पकरी, खेमेंनी चक, भूतनाथ, ज़ीरो माइल और न्यू आईएसबीटी.
किराया और टाइम-टेबल
मेट्रो का किराया यात्रियों की सुविधा के अनुसार तय किया गया है आईएसबीटी से ज़ीरो माइल तक 15 रुपये और न्यू आईएसबीटी से भूतनाथ स्टेशन तक 30 रुपये. मेट्रो फिलहाल हर रोज़ सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी, और हर 20 मिनट में एक ट्रेन उपलब्ध होगी. हर ट्रेन में महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों के लिए 12 आरक्षित सीटें रखी गई हैं.
आधुनिक सुविधाएं और सुरक्षा
मेट्रो के अंदर मधुबनी पेंटिंग्स और गोलघर, महावीर मंदिर, बुद्ध प्रतिमा जैसे प्रतीक चिन्हों की कला झलकती है- जो बिहार की सांस्कृतिक पहचान को दर्शाती है.
स्टेशन पर सुविधाएं
हर स्टेशन को यात्रियों की सुविधा के अनुसार आधुनिक रूप दिया गया है- एस्केलेटर, लिफ्ट, टिकट वेंडिंग मशीनें, डिजिटल डिस्प्ले, पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर, प्रतीक्षालय, फूड कोर्ट, रिटेल शॉप्स और बैगेज चेकिंग की व्यवस्था की गई है. मेट्रो की सुरक्षा की जिम्मेदारी बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस (BSAP) को सौंपी गई है. बीएसएपी कर्मी मेट्रो के हर कोने में, एंट्री गेट से लेकर प्लेटफॉर्म तक पर तैनात रहेंगे.
पटना मेट्रो का शुभारंभ न सिर्फ़ शहर की यात्रा को सुगम बनाएगा, बल्कि बिहार की राजधानी को आधुनिक शहरी ढांचे की दिशा में एक नया आयाम देगा. अब पटना भी मेट्रो शहरों की सूची में शामिल हो गया है.
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