उत्तर प्रदेश सरकार ने खाद्य और पेय पदार्थों में मिलावट करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं. अब जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं कि मिलावट में पकड़े गए लोगों के नाम, पोस्टर और होर्डिंग्स के जरिए प्रमुख चौराहों और सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शित किए जाएंगे. इस कार्रवाई का उद्देश्य समाज में ऐसे दोषियों की पहचान उजागर करना और मिलावटखोरी पर लगाम कसना है. जब्त की गई मिलावटी सामग्री को तत्काल नष्ट किया जाएगा और ऐसे मामलों में भीड़-भाड़ वाले इलाकों में चेतावनी के पोस्टर लगाए जाएंगे.
जीएसटी चोरी पर भी लगेगा लगाम
योगी सरकार ने जीएसटी चोरी रोकने के लिए नई मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च करने का फैसला किया है. इस एप के जरिए सभी जिलाधिकारी जीएसटी चोरी के मामलों की मॉनिटरिंग करेंगे और सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे. प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि मिलावटखोरी और टैक्स चोरी दोनों मामलों में तत्काल कार्रवाई की जाए, जिससे कानून के उल्लंघन करने वालों को सख्त संदेश मिले.
आपराधिक मुकदमा भी चलाया जाएगा
आपको मालूम हो कि प्रदेश में खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों व नकली दवा कारोबारियों का बड़ा नेटवर्क है. बोतल बंद पानी भी शुद्ध नहीं है. इस धंधे से जुड़े लोगों के खिलाफ अब चौतरफा कार्रवाई का निर्णय लिया गया है. एक ओर उन पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के नियमों के तहत कार्रवाई होगी तो दूसरी ओर आपराधिक मुकदमा भी चलाया जाएगा.
सभी जिलाधिकारियों को जारी किए गए आदेश
इसके अलावा उन्हें सार्वजनिक रूप से चिह्नित कर मिलावटखोर के रूप में चिह्नित करने की मुहिम चलेगी. आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन डॉ. रौशन जैकब ने इसे लेकर प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को आदेश जारी किए हैं. हर जिले में मिलावट के धंधे से जुड़े दोष सिद्धि वाले लोगों की लिस्ट चस्पा करने के साथ ही उनकी तस्वीरें भी लगेंगी. बता दें, सीएम योगी ने दिवाली से पहले ऐसा करने के आदेश दिए थे, जिसको लेकर यह निर्णय लिया गया है.