आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बठिंडा से ₹1194 करोड़ की लागत से 3100 खेल स्टेडियमों की शिलान्यास कर पंजाब में नया इतिहास रच दिया. पंजाब की धरती पर आज का दिन सिर्फ पंजाब ही नहीं, पूरे देश के लिए ऐतिहासिक बन गया. आज़ादी के 75 साल में किसी भी सरकार ने गांवों की तरफ इस तरह से ध्यान नहीं दिया. अब तक बड़े-बड़े शहरों में ही स्टेडियम बनते थे, लेकिन पहली बार किसी सरकार ने गांव के नौजवानों के लिए गांवों में ही शानदार खेल स्टेडियम बनवाने की शुरुआत की है. मान सरकार 3100 गांवों में आधुनिक और शानदार स्टेडियम बनवा रही है. इन स्टेडियमों में वॉलीबॉल, फुटबॉल, हॉकी और एथलेटिक्स के लिए ट्रैक बनेंगे. हर गांव में लोकल खेल के लिए भी अलग मैदान होगा. सरकार खेल का सामान भी उपलब्ध करवाएगी. स्टेडियमों की संभाल और देखरेख की जिम्मेदारी गांवों के यूथ क्लबों को दी गई है, ताकि ये मैदान कमजोर न पड़ें और गांव का हर बच्चा इन सुविधाओं से जुड़ सके.
पंजाब में नशे के खिलाफ अभियान-
पंजाब में महीनों से नशे के खिलाफ ज़बरदस्त जंग छिड़ी हुई है. पुरानी सरकारों ने नशा घर-घर पहुंचाया, पंजाब की जवानी को खोखला कर दिया. लेकिन पिछले कुछ महीनों में जिस तेजी से नशा तस्करों पर बुलडोज़र चला है, जितनी ज़ब्तियां और गिरफ्तारियां हुई हैं, ऐसा अभियान देश में कहीं नहीं चला. बड़े-बड़े नशा तस्कर जेल में हैं, करोड़ों की संपत्तियां ज़ब्त की जा रही हैं. जो लोग कभी खुद को अजेय समझते थे, आज जेल में सड़ रहे हैं. और जैसे ही एक बड़े तस्कर को जेल में डाला गया, सभी पुरानी पार्टियां एकजुट हो गईं, जिससे साफ हो गया कि नशे के कारोबार में सब मिले हुए थे. लेकिन भगवंत मान की सरकार ने साफ कर दिया है, पंजाब में नशा बेचने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.
नशे के खिलाफ इस जंग के साथ अब बच्चों के भविष्य की नई बुनियाद रखी जा रही है, जो बच्चे नशा छोड़ रहे हैं, उनके लिए अब स्टेडियम में सेहत और खेल का रास्ता खुलेगा. मान साहब ने बताया कि भारत की चार राष्ट्रीय टीमों के कप्तान पंजाबी हैं. आने वाले वक्त में और भी कप्तान और चैंपियन इन्हीं गांवों से निकलेंगे. खेल अब गांवों की नई पहचान बनेगा.
मान सरकार ने दी 55 हजार नौकरियां-
पंजाब के युवाओं के लिए मान सरकार ने 55,000 सरकारी नौकरियां दीं. बिना सिफारिश, बिना पैसे- सिर्फ मेरिट पर. अकाली दल, कांग्रेस और बीजेपी के शासन में बिना पैसे नौकरी पाना नामुमकिन था. आज सरकार ने सिस्टम बदल दिया है. इसके साथ ही चार लाख से ज़्यादा प्राइवेट नौकरियों की संभावनाएं भी खुल चुकी हैं, क्योंकि इंडस्ट्री पंजाब में निवेश कर रही है. अब अगला बड़ा कदम कॉलेजों में उद्यमिता सिखाने का है. मोहाली से केजरीवाल और मान सरकार यह ऐलान करेगी कि हर कॉलेज में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ बिजनेस करवाया जाएगा, जो बच्चा कॉलेज से निकलेगा वो नौकरी मांगने वाला नहीं, नौकरी देने वाला बनेगा. पंजाब पूरे देश में उद्यमिता की राजधानी बनने की राह पर है.
गांवों में खेल स्टेडियम बना रही सरकार-
मान सरकार गांवों में खेल स्टेडियम बना रही है, युवाओं को नशे से दूर कर रही है, रोजगार और बिजनेस के मौके दे रही है. विपक्षी पार्टियों ने पंजाब को खोखला किया, युवाओं को नशे में धकेला, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं. गांव-गांव में स्टेडियम बन रहे हैं, नौजवान मैदान में लौट रहे हैं, नशा तस्कर जेल में हैं और पंजाब फिर से रंगला पंजाब बनने की ओर बढ़ रहा है. पंजाब की मिट्टी में वो ताकत है जिसने देश को कप्तान दिए, खिलाड़ी दिए, शहीद दिए. अब यही पंजाब आने वाले वक्त में ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप में झंडा बुलंद करेगा. आज का दिन इस नई कहानी की शुरुआत है.
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