भाई-बहन का पर्व रक्षाबंधन आने वाला है. बहनें यूँ तो एक धागा भी भाई की कलाई पर बांध दें तो वो प्रेम का प्रतीक है लेकिन बहनें अपने भाईयों के लिए हीरे और सोने की राखियां भी खरीद रही हैं. जिसे भाई हमेशा इन राखियों को अपनी कलाई पर सजाए रख सके और एक यादगार तोहफा भी बहन की तरफ से भाई के लिए हो. इस बार पर्सनलाइज्ड सोने की राखी (Personalised gold rakhi) भी चलन में है.
हीरे और सोने की राखियां खरीद रहीं बहनें
भाई बहन का प्यार अनमोल है. इस अनमोल रिश्ते को सेलिब्रेट करने के लिए हर साल रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाता है. इस दिन जहां बहनें अपने भाईयों की कलाई पर रक्षा सूत्र (राखी) बांध कर उनका मुंह मीठा कराती हैं, वहीं भाई भी अपनी बहनों को उपहार देते हैं. यूं तो इस रिश्ते में बांधा गया एक धागा भी बेशकीमती है पर समय और मौजूदा ट्रेंड के हिसाब से बहनें अपने भाईयों की कलाई पर सजाने के लिए हीरे और सोने की राखियां भी खरीदती हैं.
लखनऊ में इस राखी से करीब एक महीना पहले ही जूलरी शॉप पर खूबसूरत सोने और हीरे की राखियां दिखाई पड़ रही हैं. इस बार राखियों का ट्रेंड डायमंड (diamond) और सोने (Gold) तक जा पहुंचा है. लखनऊ में ऐसी राखियों को जूलरी की दुकान पर देखा जा सकता है, जो हीरे और सोने के होने के बावजूद कम वजन की (light weight) और बजट को ध्यान में रख कर बनाई गई हैं.
इस बार डायमंड की राखियां भी ट्रेंड में
इस बार डायमंड राखियों की भी मांग है. ये बाकायदा जूलरी की तरह ही सर्टिफायड डायमंड की हैं जिसमें पसंद के हिसाब से हीरे और नग भी जड़े गए हैं. हीरे की राखी तैयार करने में सोने-चांदी की राखी से ज़्यादा वक्त लगता है. ये ऑर्डर पर तैयार की जा रही हैं. चौक के ज्वेलर अमृत जैन बताते हैं कि ‘ऐसी कई राखियां अब तक बुक हो चुकी हैं. कुछ बहनें तो बाकायदा डिजाइन के साथ आ रही हैं कि उनको अपने भाई के लिए इस तरह की राखी चाहिए. दरअसल हीरे की रिटर्न वैल्यू को देखते हुए भी लोग इन्वेस्टमेंट की दृष्टि से इसे बुक करा रहे हैं.’
अलग-अलग है राखियों की कीमतें
वहीं इस बार सोने की राखी भी पसंद की जा रही है. सोने की राखियों में इस बार ट्रेंडी लुक देने के लिए उन पर बहनें BROTHER या BRO भी लिखवा रही हैं. ऐसी कुछ राखियों को तैयार करके स्टॉक में भी रखा गया है. हीरे के राखियों की कीमत 50 हजार रुपए से लेकर 3 लाख रुपए तक है. वहीं सोने की राखियां 2 हजार रुपए से शुरू हो रही हैं. सोने की राखियों में नाम का पहला अक्षर लिखा हुआ है.
नवाबों के समय से मशहूर हैं ऐसी राखियां
कहते हैं अवध के नवाबों के समय में हीरे मोती की राखियां बहनें भाईयों को बांधती थीं पर समय के साथ खूबसूरत सजावटी राखियों ने जगह बना ली. इस बार इस ट्रेंड की वजह ये बताई जा रही है कि महंगे गिफ्ट की जगह पर यादगार राखी बहनें अपने भाईयों को देना चाहती हैं. जिससे उनके पास हमेशा अपनी बहन का दिया हुआ ये यादगार तोहफा रहे. इस बार राखी की खरीदारी में एक ट्रेंड भी दिखाई पड़ रहा है.
पर्सनलाइज्ड गोल्ड राखी ट्रेंड में
बहनों की खास पसंद पर्सनलाइज्ड गोल्ड राखी भी है. सोने की इस राखी में बहनें अपने भाइयों की फोटो भी लगवा रही हैं. सोने की दुकान में अपने लिए कुछ खरीदारी करने पहुंचीं नंदिनी कहती हैं कि ‘यहां मैंने देखा कि सोने की छोटी सी राखी में किसी भैया की फोटो लगी है. मैं भी अपने भैया के लिए ऐसी राखी तैयार करना चाहती हूं. इसलिए मैंने इसका ऑर्डर दिया है.’ इसके अलावा चांदी की राखियों को भी लोग पसंद कर रहे हैं. रक्षाबंधन पर बहनें अपने भाइयों को राखी बांधती हैं तो भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं. लेकिन अब बहनें भी अपने भाई को उपहार देना चाहती हैं. इसके लिए इन कीमती राखियों को उनकी कलाई पर बांधना चाहती हैं.