रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारतीय दौरे पर हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए एयरपोर्ट पहुंचे और पुतिन को गले लगाकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. पुतिन का यह दौरा बेहद खास है. इंडिया टुडे ग्रुप ने राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरे से पहले एक्सक्लूसिव इंटरव्यू किया है. रूस की राजधानी मॉस्को के क्रेमलिन में टीवी टुडे नेटवर्क ग्रुप की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और टीवी टुडे नेटवर्क की फॉरेन अफेयर्स सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर गीता मोहन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का इंटरव्यू किया. इसमें पुतिन ने कई वैश्विक मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी. पुतिन ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी खुलकर बात की. आइए जानते हैं रूस युद्ध कब खत्म करेगा, उसको लेकर पुतिन ने क्या कहा?
यूक्रेन ने रूस को इस युद्ध में किया था शामिल
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर पूछे गया सवाल पर कहा कि रूस ने यूक्रेन से युद्ध शुरू नहीं किया था, बल्कि, पश्चिमी देशों के प्रभाव में यूक्रेन ने ही रूस को इस युद्ध में शामिल किया था. उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन के साथ मिलीभगत की और वहां तख्तापलट को अंजाम दिया और उसके बाद यूक्रेन में घटनाएं हुई, खासकर दक्षिण-पूर्व में, और फिर डोनबास में.
पुतिन ने कहा कि रूस ने शांति का रास्ता अपनाकर मामले को सुलझाने की कोशिश की. हालांकि, इसका कोई नतीजा नहीं निकला, और इसलिए देश के पास युद्ध में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. इंटरव्यू के दौरान पुतिन के एक पुराने कथन का भी हवाला दिया गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि रूस तभी हथियार डालेगा जब कीव की सेनाएं रूस द्वारा दावा किए गए क्षेत्रों से पीछे हट जाएं.
रूस अपनी रक्षा कर रहा है और करता रहेगा
पुतिन से जब रूस-यूक्रेन जंग को लेकर पूछा गया कि आपकी नजर में रूस के लिए इस युद्ध में क्या विजय मानी जाएगी? राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि बात जीत की नहीं है. बात इस बात की है कि रूस अपनी रक्षा कर रहा है और करता रहेगा. पुतिन ने कहा कि यूक्रेन ने कई क्षेत्रों में रूसी भाषा पर प्रतिबंध लगाकर और लोगों को मंदिरों, चर्चों आदि से दूर करके रूसी हितों को नुकसान पहुंचाया है.
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि रूस किसी भी कीमत पर अपने हितों की रक्षा के लिए बेताब है. पुतिन ने कहा कि मुद्दा यह है कि रूस अपने हितों की रक्षा करने, वहां रहने वाले अपने लोगों की रक्षा करने, हमारे पारंपरिक मूल्यों, रूसी भाषा आदि की रक्षा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है और निश्चित रूप से ऐसा करेगा. उन्होंने आगे बताया कि यूक्रेन ने रूसी ऑर्थोडॉक्स चर्च पर प्रतिबंध लगा दिया है और कई अन्य चर्चों पर कब्जा कर लिया है. रूस उन क्षेत्रों पर अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए संघर्ष कर रहा है.
हिंसा भड़काने के लिए यूक्रेन को ठहराया दोषी
साक्षात्कार में डोनबास क्षेत्र में व्याप्त राजनीतिक उथल-पुथल पर भी चर्चा हुई, जिसने रूस-यूक्रेन युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. पुतिन ने उस क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों के खिलाफ हिंसा भड़काने के लिए यूक्रेन को दोषी ठहराया. पुतिन ने कहा कि डोनबास के नागरिकों के खिलाफ आठ साल की लगातार हिंसा के बाद, जिसके बारे में पश्चिमी देशों ने एक शब्द भी नहीं कहा, हम पहले इन गणराज्यों को मान्यता देने और फिर उन्हें समर्थन देने के लिए मजबूर हुए.
उन्होंने आगे कहा कि हमारा विशेष सैन्य अभियान किसी युद्ध की शुरुआत नहीं है, बल्कि उस युद्ध को समाप्त करने का प्रयास है जिसे पश्चिम ने यूक्रेनी राष्ट्रवादियों का इस्तेमाल करके भड़काया था. अब मामला साफ हो गया है और बात एक ही चीज पर आकर टिकती है या तो हम सैन्य कार्रवाई के जरिए उन क्षेत्रों को मुक्त कराएं, या फिर यूक्रेनी सेना वहां से हट जाए, उन इलाकों को छोड़ दे और वहां के लोगों की हत्या करना बंद करे. उन्होंने कहा कि रूस अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के बाद युद्ध को समाप्त कर देगा.