अब वाहन चालकों को आरटीओ कार्यालय में टैक्स या जुर्माना भरने के लिए कैश लाने की जरूरत नहीं होगी. जल्द ही कैश काउंटर पर प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन से कार्ड के जरिए भुगतान की सुविधा शुरू होने जा रही है. इस फैसिलिटी के ट्रायल की शुरुआत इसी महीने से की जा रही है.
अभी तक चालान कटने पर वाहन मालिक को रसीद देकर जुर्माना आरटीओ जाकर जमा करना होता था. लेकिन अब प्रवर्तन अधिकारियों के पास पीओएस मशीनें उपलब्ध होंगी, जिससे वे मौके पर ही क्रेडिट या डेबिट कार्ड से जुर्माना जमा करवा सकेंगे. सिर्फ चालान ही नहीं, बल्कि वाहन कर (टैक्स) और री-रजिस्ट्रेशन जैसी सेवाओं की फीस का भुगतान भी अब पीओएस मशीन से किया जा सकेगा. इससे नकद लेन-देन की जरूरत खत्म होगी और प्रक्रिया ज्यादा पारदर्शी व सुविधाजनक होगी.
लखनऊ और गाजियाबाद में होगा पायलट ट्रायल
इस योजना का ट्रायल सबसे पहले लखनऊ और गाजियाबाद में किया जाएगा. लखनऊ आरटीओ कार्यालय को फिलहाल नौ पीओएस मशीनें दी गई हैं और जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी. ट्रायल के दौरान यह जांचा जा रहा है कि भुगतान सही खाते में जा रहा है या नहीं, ग्राहक के खाते से पैसे कटने और भुगतान के पहुंचने में कितना समय लग रहा है, और एक ट्रांजैक्शन में मशीन कितना समय ले रही है.
एआरटीओ प्रशासन (लखनऊ) प्रदीप कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि लखनऊ आरटीओ को मशीनें मिल चुकी हैं और ट्रायल के पूरा होते ही इनका नियमित उपयोग शुरू कर दिया जाएगा. परिवहन आयुक्त बीएन सिंह ने निर्देश दिया है कि ट्रायल को जल्द से जल्द पूरा कर इस सुविधा को लागू किया जाए.