क्या है 'ऑर्डर ऑफ ओमान'? जिससे पीएम मोदी को किया गया सम्मानित, जानिए क्यों है यह खास

what is Order of Oman: ‘ऑर्डर ऑफ ओमान’ ओमान देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है. जैसे भारत में ‘भारत रत्न’. यह सम्मान ओमान की सरकार उन विदेशी राजाओं, राष्ट्रपतियों या प्रधानमंत्रियों को देती है, जिन्होंने ओमान के साथ दोस्ती निभाने में बहुत बड़ा काम किया हो.

ऑर्डर ऑफ ओमान
gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 19 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 8:56 AM IST

Order of Oman: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुरुवार को ओमान की दो दिवसीय यात्रा के दौरान वहां के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ ओमान’ से सम्मानित किया गया. इससे पहले महारानी एलिजाबेथ, जापान के सम्राट अकिहितो, नेल्सन मंडेला और जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला जैसे विश्व नेताओं को मिल चुका है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ‘ऑर्डर ऑफ ओमान’ है क्या? अगर नहीं तो चलिए हम आपको बताते हैं.

क्या है ‘ऑर्डर ऑफ ओमान’?
‘ऑर्डर ऑफ ओमान’ ओमान देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है. जैसे भारत में ‘भारत रत्न’. यह सम्मान ओमान की सरकार उन विदेशी राजाओं, राष्ट्रपतियों या प्रधानमंत्रियों को देती है, जिन्होंने ओमान के साथ दोस्ती निभाने में बहुत बड़ा काम किया हो. यह सम्मान पाना किसी भी नेता के लिए बहुत ही गर्व की बात मानी जाती है. इस सम्मान की स्थापना वर्ष 1970 में ओमान के प्रसिद्ध सुल्तान काबूस बिन सईद ने की थी. जिसका उद्देश्य था ओमान के सच्चे मित्र देशों के शीर्ष नेताओं को विशेष सम्मान दिया जाए. तभी से यह परंपरा चली आ रही है और इसे बहुत ही चुनिंदा और विशिष्ट व्यक्तियों को ही प्रदान किया जाता है. यह सम्मान देने का फैसला कोई कमेटी या मंत्री नहीं करते, बल्कि खुद ओमान के सुल्तान (राजा) करते हैं. बता दें कि, यह सम्मान आम लोगों के लिए नहीं होता.

प्रधानमंत्री मोदी को क्यों मिला ये सम्मान?
प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक ने भारत-ओमान संबंधों को मजबूत करने में उनके योगदान के लिए दिया. यह सम्मान पीएम मोदी को विदेशी सरकारों द्वारा दिए गए 29 से अधिक शीर्ष नागरिक सम्मानों की सूची में शामिल हो गया है. हाल ही में उन्हें इथियोपिया और कुवैत से भी बड़े सम्मान मिल चुके हैं.



भारत और ओमान के बीच सदियों पुरानी मित्रता
सम्मान ग्रहण करने के बाद पीएम मोदी ने इसे भारत और ओमान के बीच सदियों पुरानी मित्रता को समर्पित करते हुए कहा कि यह 1.4 अरब भारतीयों और ओमान की जनता के बीच आपसी स्नेह और विश्वास का प्रतीक है. पीएम मोदी ने भारत और ओमान के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों की भी चर्चा की और प्रवासी भारतीयों को इन रिश्तों का सबसे बड़ा संरक्षक बताया. उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डिजिटल शिक्षा, नवाचार, उद्यमिता और अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में सहयोग से यह साझेदारी भविष्य के लिए तैयार हो रही है. यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सुल्तान हैथम बिन तारिक से द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी बातचीत की. ओमान के नेतृत्व ने प्रधानमंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल के सम्मान में औपचारिक रात्रिभोज का आयोजन भी किया, जो दोनों देशों के मजबूत और मित्रता संबंधों को दर्शाता है.

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