चरखी दादरी जिला के गांव झोझू खुर्द की बेटी रीना सांगवान ने बुल्गारिया में आयोजित जूनियर वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल पर कब्जा किया. बेटी की उपलब्धि पर उसके गांव में परिजनों व ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटकर खुशियां मनाई. वहीं रीना के गांव लौटने पर ग्रामीणों द्वारा सम्मान समोराह कर सम्मानित किया जाएगा. रीना के माता-पिता ने कहा कि बेटी ने देश में उनका व क्षेत्र का नाम रोशन किया अब अब बेटी का ओलंपिक में गोल्ड जीतना ही लक्ष्य है.
गीता-बबीता से ली प्रेरणा
गांव झोझू खुर्द निवासी रीना सांगवान ने गीता-बबीता और विनेश फोगाट से प्रेरणा लेते हुए कुश्ती के अखाड़े में उतरी थी. लगातार मेहनत करते हुए रीना ने 2018 में नेशनल कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड पर कब्जा किया. रीना सांगवान अब तक नेशनल व इंटरनेशल स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाते हुए 20 मेडल जीत चुकी है. रीना के पिजा संजय सांगवान व माता सीमा देवी ने बताया कि बेटियां बेटों से कम नहीं हैं. उनकी बेटी रीना ने गीता-बबीता व विनेश फोगाट से प्रेरणा ली और देश के लिए अनेक मेडल जीते हैं.
गांव कर रहा बेटी का इंतजार
रीना ने 55 किलोग्राम भार वर्ग में रोमानिया की पहलवान अलेक्जेंडर को हराते हुए रजत पदक अपने नाम किया है. ओलंपिक में देश के लिए बेटी गोल्ड जीते और उसी टारगेट लेकर कर उनकी बेटी मेहनत कर रही है. रीना की इसी साल जुलाई में ही रेलवे में टीसी के पद पर नियुक्ति हुई है. वहीं पूर्व सरपंच दलबीर गांधी ने कहा कि बेटी पर उनको नाज है और ओलंपिक में गोल्ड की आश है. गांव में आने पर बेटी को सम्मानित करेंगे.
क्या बोले पिता
रीना के पिता संजय सांगवान का कहना है कि उन्हें अपनी बेटी पर बहुत गर्व है. जिस तरह रीना ने सिल्वर कब्जाया है. वह चाहते हैं कि आगे चलकर भी वह कई प्रतियोगिताओं में भाग लें और अपना लोहा मनवाएं. वह कहते हैं कि रीना की जीता से उन्हें शौर्य प्राप्त हुआ. साथ ही ओलंपिक को लेकर कहते हैं कि उनकी भगवान ने प्रार्थना है कि रीना गोल्ड मेडल प्राप्त करे.
-प्रदीप कुमार की रिपोर्ट