HIV+ लोगों के लिए बनाई मैट्रिमोनियल साइट, करा चुके हैं 2,500 जोड़ों की शादी

HIV+ युवक या युवती सामान्य युवक या युवती से शादी नहीं कर सकते हैं. क्योंकि इससे उनके पार्टनर को संक्रमित होने का खतरा रहेगा. लेकिन युवक और युवती दोनों ही HIV+ हों तो वे शादी करके अच्छा जीवन बिता सकते हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए पुणे के रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस में कार्यरत अधिकारी अनिल वालिव ने खासतौर पर HIV+ लोगों के लिए मैट्रीमोनियल वेबसाइट बनाई है. इस वेबसाइट के जरिए वह न सिर्फ लोगों की शादी करा रहे हैं बल्कि उन्हें सही इलाज के लिए भी जागरूक करते हैं. 

HIV+ युवक-युवतियों की शादी कराते हैं अनिल (साभार: फेसबुक)
gnttv.com
  • नई दिल्ली ,
  • 01 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 9:21 AM IST
  • RTO अफसर की अनोखी पहल
  • शुरू की अनोखी मैट्रिमोनियल वेबसाइट

HIV और AIDS जैसे नाम सुनते ही अक्सर हमारे रोंगटे खड़े हो जाते हैं. लगने लगता है कि यह किस आफत का नाम सुन लिया. लेकिन जरा उन लोगों के बारे में सोचिए जो जाने-अनजाने में HIV संक्रमित हो गए हैं और अब पूरी जिंदगी इसके साथ बिताने के लिए मजबूर हैं. हर साल एक दिसंबर को दुनिया में 'World AIDS Day' मनाया जाता है. 

HIV, ह्यूमन इम्मुनोडेफिशिएंसी वायरस को कहते हैं. यह हमारे शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं पर असर करता है, जिसके कारण इंसान की रोगों से लड़ने की क्षमता कम होने लगती है. अगर HIV के ट्रीटमेंट सही समय पर शुरू न तो यही AIDS में बदल जाता है. 

इसलिए समाज में HIV के प्रति जागरूकता और HIV+ लोगों के प्रति संवेदनशीलता होना बहुत ज्यादा जरुरी है. लोग समझते हैं कि अगर कोई व्यक्ति HIV से संक्रमित ही जाए तो उसके जीवन का कोई अर्थ नहीं रह जाता है. क्योंकि HIV+ लोग सामान्य तरीके से जीवन नहीं जी सकते हैं. 

कुछ हद तक यह सही भी है क्योंकि HIV+ युवक या युवती सामान्य युवक या युवती से शादी नहीं कर सकते हैं. क्योंकि इससे उनके पार्टनर को संक्रमित होने का खतरा रहेगा. लेकिन युवक और युवती दोनों ही HIV+ हों तो वे शादी करके अच्छा जीवन बिता सकते हैं. 

इसी बात को ध्यान में रखते हुए पुणे के रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस में कार्यरत अधिकारी अनिल वालिव ने खासतौर पर HIV+ लोगों के लिए मैट्रीमोनियल वेबसाइट बनाई है. इस वेबसाइट के जरिए वह न सिर्फ लोगों की शादी करा रहे हैं बल्कि उन्हें सही इलाज के लिए भी जागरूक करते हैं. 

परिवहन के साथ HIV पर भी जागरूकता: 

अनिल हमेशा से ही एक अच्छ वक्ता रहे हैं. अक्सर वह लोगों के बीच जाकर उन्हें परिवहन संबंधी नियमों पर वर्कशॉप देते हैं. एक बार उनकी वर्कशॉप उनेक दोस्त ने अटेंड की और वह उनके समझाने के तरीके से काफी प्रभावित हुए. 

उनके दोस्त ने उनसे कहा कि अपने प्रभावी ढंग से बोलने-चालने के हुनर को कहीं और भी इस्तेमाल करना चाहिए. दोस्त के कहने पर वह HIV+ लोगों के लोए वर्कशॉप करने लगे. जिसमें उन्हें जानकारी दी जाती कि उन्हें क्या करना चाहिए और क्या नहीं. कहां वे अपना इलाज करा सकते हैं. 

कुछ समय बाद उन्हें पता चला कि एक HIV+ युवक शादी करना चाहता है. तब उन्हें ख्याल आया कि HIV+ लोगों के लिए एक अलग मैट्रिमोनियल वेबसाइट बनाई जा सकती है. ताकि उनकी शादी कराना आसान रहे. और उन्होंने positivesaathi.com की शुरुआत की. 

2,500 जोड़ों की कराई है शादी:     

अपनी मैट्रिमोनियल वेबसाइट के जरिए अनिल अब तक 2500 जोड़ों को शादी के बंधन में बांध चुके हैं. वह अपनी नौकरी के बाद रात के समय वेबसाइट के काम में जुट जाते हैं. मुफ्त में लोगों की काउंसलिंग की जाती है, उनके हिसाब से मैचमेकर ढूंढने के लिए भी वह कई बार रात भर जागते हैं. 

उनका कहना है कि घर में कोई HIV+ सदस्य होने से पूरे परिवार के जीवन पर असर पड़ता है. कई बार लोग अपने घरवालों को भी खुलकर नहीं बता पाते हैं. और अक्सर समाज एक दवाब में सामान्य जीवनसाथी से विवाह कर लेते हैं. जिससे किसी और जिंदगी खराब होने की आशंका रहती है. 

लेकिन अनिल की पहल लोगों की जिंदगी बचा रही है. और इन लोगों को अपनी बीमारी से ऊपर उठकर जीने की प्रेरणा दे रही है. 

ये अनिल जैसे लोगों का प्रयास ही है जिसके कारण पिछले कुछ सालों में HIV संक्रमण के मामले कम हुए हैं. वहीं, अब देश में 570 एंटी-रिट्रोवायरल ट्रीटमेंट सेंटर मौजूद हैं. 


 

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