भारत ने अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. इस परीक्षण के साथ भारत उन छह देशों में शामिल हो गया है जिनके पास एमआईआरवी तकनीक है. इस तकनीक से एक मिसाइल कई परमाणु हथियार ले जा सकती है और अलग-अलग लक्ष्यों को निशाना बना सकती है. अग्नि-5 मिसाइल को सड़क और रेल प्लेटफॉर्म से भी लॉन्च किया जा सकता है. डीआरडीओ अग्नि-5 के दो नए संस्करणों पर भी काम कर रहा है, जिनमें से एक बंकर बस्टर वॉरहेड ले जाने में सक्षम होगा. यह नया संस्करण जमीन में 100 मीटर की गहराई तक जाकर दुश्मन के परमाणु सिस्टम, रडार सिस्टम, कंट्रोल सेंटर और हथियार स्टोरेज को तबाह कर सकेगा. एक बयान में कहा गया कि "जब हमारा अग्नि फाइर का मॉडिफिकेशन बुंकर बस्टर बॉम्ब आके टकराएगा वो उसकी उस टाइम पे टकराने के टाइम पे उसकी काइनेटिक एनर्जी होगी 150 गीगाजूल". भारत का परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम रक्षात्मक है और फर्स्ट स्ट्राइक के लिए नहीं है. हालांकि, अग्नि-5 के अपडेटेड संस्करण के साथ भारत ने अपनी सैन्य ताकत का नया रूप उजागर किया है.