जलवायु परिवर्तन के कारण लद्दाख में प्राकृतिक ग्लेशियर पिघल रहे हैं, जिससे गर्मियों में पानी की कमी हो रही है. इस समस्या से निपटने के लिए सर्दियों में कृत्रिम ग्लेशियर बनाए जा रहे हैं. एक व्यक्ति ने बताया, "जो विंटर में जो पानी बचता है... उसे ही ऊपर वैली में जमा के रख देता है... उसका जो किल्लत है वो ये पूरा करता है" यह तकनीक न केवल लद्दाख के गाँवों को खेती और पीने का पानी उपलब्ध करा रही है, बल्कि चिली जैसे देश भी इसे अपना रहे हैं.