अंतरिक्ष शास्त्री शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष से लौटने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की. उन्होंने अपने अंतरिक्ष मिशन के अनुभवों को राष्ट्रपति के साथ साझा किया. दिसंबर में गगनयान मिशन के परीक्षण की तैयारी है. इस अवसर पर इसरो चेयरमैन डॉक्टर वी नारायण, ह्यूमन स्पेस फ्लाइट सेंटर से जुड़े दिनेश कुमार सिंह, प्रशांत, बालकृष्ण नायर और पुण्यश्लोक बिस्वाल भी उपस्थित थे. राष्ट्रपति मुर्मू ने भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम की सराहना की और पूरी टीम को गगनयान मिशन के लिए शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि "ये मिशन देश के लिए ऐतिहासिक कदम होगा और भारत के अंतरिक्ष शक्ति को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा" शुभांशु शुक्ला ने अंतरिक्ष से भारत का एक अद्भुत टाइम लैप्स वीडियो भी साझा किया, जिसमें हिंद महासागर से भारत का पूर्वी तट, गरज के साथ चमकती बिजली और हिमालयी क्षेत्र में अंधेरा दिखाई दिया. साल 2023 में भारत का चंद्रयान-3 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा था, जिसे इसरो ने नेशनल स्पेस डे का नाम दिया.