आज आधारशिला रखी जा रही है, जो जीवन में स्थायित्व और स्थिरता लाती है. यह एक शुभ मुहूर्त में संपन्न हुआ. माता जानकी के जीवन से त्याग, साहस और मर्यादा जैसे गुणों को सीखने की बात कही गई. अयोध्या के निवासियों ने बताया कि उनका खोया हुआ सम्मान भगवान राम मंदिर के साथ लौट आया है. पहले लोग भयभीत रहते थे, लेकिन अब गर्व का विषय है. यहां की जमीनें महंगी हो गई हैं और व्यवसाय में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि हो रही है. मंदिर बनने से केवल पुजारियों या रसोइयों को ही नहीं, बल्कि होटल, रेस्टोरेंट और अन्य सामाजिक क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. बिहार के लोगों के लिए भी यह एक नया सवेरा है, क्योंकि उन्हें रोजगार के लिए अपना घर नहीं छोड़ना पड़ेगा. मंदिर समाज को जोड़ने और राष्ट्र हित के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य है, जिससे सुखद अनुभूति और आध्यात्मिक शांति मिलती है.