छह महीने के अंतराल के बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं. मान्यता है कि शंकराचार्य को भगवान विष्णु की पद्मासन मुद्रा वाली शिला अलकनंदा नदी के नारद कुंड से मिली थी, जिसे उन्होंने मंदिर में स्थापित किया. रिपोर्ट में -6 डिग्री तापमान के बीच स्थित गर्म पानी के तप्त कुंड और मंदिर से जुड़े अन्य रहस्यों का भी उल्लेख किया गया है.