इस वर्ष का अंतिम पूर्ण चंद्रग्रहण देशभर में देखा गया, जो श्राद्ध पक्ष में एक दुर्लभ खगोलीय घटना थी. यह चंद्रग्रहण भारतवर्ष में पहली बार पूर्ण रूप से दिखाई दिया. दिल्ली के नेहरू तारामंडल में टेलीस्कोप के माध्यम से चाँद का अवलोकन किया गया, वहीं हरिद्वार में गंगा घाटों पर और प्रयागराज में यमुना तट पर स्थित राजा राजेश्वरी मंदिर में लोगों ने स्नान, तर्पण, जप तप और भजन-कीर्तन किया. क मान्यताओं पर भी प्रकाश डाला गया. यह साल का दूसरा सबसे बड़ा चंद्रग्रहण था, जिसका पृथ्वी पर 85% तक प्रभाव बताया गया.