गांधीनगर के कोबा स्थित श्रीमहावीर आराधना केंद्र में प्रतिवर्ष 22 मई को ठीक 2:07 पर श्री महावीर स्वामी की प्रतिमा का सूर्य तिलक होता है. यह परंपरा उनचालीस वर्षों से आचार्य भगवंत कैलाश सागर सूरेश्वर जी महाराज की समाधि की स्मृति में चली आ रही है. कहा जाता है कि कैलाश सागर सूरेश्वर महाराज के देहावसान के दिन अंतिम क्रिया के समय 2:07 पर भगवान ने "सूर्य तिलक के स्वरूप में दर्शन दिए".