गणेश चतुर्थी को लेकर पूरे भारत में तैयारियां जोरों पर हैं. मूर्तिकार गणपति प्रतिमाएं तैयार करने में जुटे हैं. हरिद्वार में भी उत्सव को लेकर उत्साह है. यहां कटक से आकर बसे मूर्तिकार दो महीने पहले ही गणेश चतुर्थी की तैयारियों में लग गए थे. उन्होंने भगवान गणेश की करीब 10 अलग-अलग रूपों की सुंदर मूर्तियां तैयार की हैं. इनमें व्रतकुंड और सिद्धि विनायक स्वरूप की सबसे ज्यादा मांग है. हरिद्वार में पांच और छह इंच से लेकर आठ फीट तक की ऊंची गणेश प्रतिमाएं बनाई गई हैं. इस बार इको-फ्रेंडली मूर्तियों का चलन सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है. ये मूर्तियां पर्यावरण के अनुकूल सामग्री से बनाई जा रही हैं, जिससे उत्सव के दौरान पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिल रहा है. मूर्तिकारों का कहना है कि इस वर्ष इको-फ्रेंडली मूर्तियों की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है.