दक्षिण पश्चिम मानसून केरल के बाद समय से पहले महाराष्ट्र पहुँच गया है; यह पिछले 35 वर्षों में राज्य में मानसून का सबसे पहला आगमन है (इससे पहले 1990 में यह 20 मई को पहुँचा था). मुंबई में दो-तीन दिनों में मानसून के दस्तक देने का अनुमान है, जबकि पुणे, नासिक, सतारा और सोलापुर में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और बाढ़ जैसे हालात हैं. एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य कर रही हैं.