जयपुर के वैदिक हेरिटेज एवं पांडुलिपि शोध संस्थान में प्राचीन पांडुलिपियों का संरक्षण और डिजिटलीकरण किया जा रहा है. संस्थान ने अब तक 29,000 पांडुलिपियों का सूचीकरण और 1,80,000 दुर्लभ पांडुलिपियों का संरक्षण किया है. एक करोड़ पांडुलिपियों पर काम करने का लक्ष्य है और अब तक करीब 5,00,000 पांडुलिपियों का सर्वे हो चुका है.