गुजरात सरकार ने आदिवासी समुदाय के बच्चों के लिए एक विशेष पहल की है. तापी जिले के 28 सरकारी स्कूली बच्चों को इसरो सेंटर भेजा गया है. इन बच्चों को यह देखने का अवसर मिलेगा कि इसरो कैसे काम करता है और सैटेलाइट लॉन्चिंग की पूरी प्रक्रिया क्या होती है. प्रदेश के वन पर्यावरण राज्य मंत्री ने सूरत हवाई अड्डे पर इन बच्चों को बधाई दी. ये छात्र इसरो सेंटर में तीन दिन बिताएंगे. इन बच्चों का चयन ‘विज्ञान, सेतु, तापी के तारे’ कार्यक्रम के तहत स्क्रीनिंग और मेरिट के आधार पर हुआ है. ये सभी ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के विज्ञान संकाय के छात्र हैं. एक व्यक्ति ने कहा, "ट्राइबल विस्तार में सरकारी छात्र के स्कूल के विद्यार्थी भी आज स्पेस सेंटर की मुलाकात के लिए जा रहे हैं." इसरो यात्रा के बाद ये बच्चे अपने अनुभवों को एक डायरी में लिखेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इसकी जानकारी देंगे. वे इसरो से जो भी सीखेंगे, उसे अपने साथियों को भी बताएंगे.