भारत ने भविष्य की ऊर्जा को ध्यान में रखते हुए हाइड्रोजन ट्रेन विकसित करने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं. शुक्रवार को चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में पहले हाइड्रोजन चालित ड्राइविंग पावर कार का सफल परीक्षण किया गया. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस सफल परीक्षण की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की. यह परीक्षण ट्रेन में ईंधन की जगह हाइड्रोजन के इस्तेमाल की दिशा में एक मील का पत्थर है. रेल मंत्री के अनुसार, भारत 1200 हॉर्स पावर की क्षमता वाला हाइड्रोजन ट्रेन विकसित कर रहा है. दुनिया के केवल चार देश हाइड्रोजन ट्रेन बनाने पर काम कर रहे हैं, और वे अब तक 500 से 600 हॉर्स पावर ही जनरेट कर पाए हैं. भारत ने 1200 हॉर्स पावर के इंजन की सफल टेस्टिंग कर ली है, जिससे भारत हाइड्रोजन चालित ट्रेन तकनीक में उन देशों में शामिल हो गया है जो इस दिशा में काम कर रहे हैं. जल्द ही ऐसी एक ट्रेन की टेस्टिंग हरियाणा में की जाएगी.