भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है, अब 'मेक इन इंडिया' हथियारों का निर्यात कर रहा है. 16 नवंबर 2024 को डीआरडीओ ने देश की पहली स्वदेशी हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया; यह मिसाइल ध्वनि की गति से पांच गुना तेज है, 1500 किलोमीटर से अधिक मारक क्षमता रखती है और अपनी कम ऊंचाई पर उड़ान के कारण रडार की पकड़ में लगभग नहीं आती. भारत और रूस ब्रह्मोस-II नामक हाइपरसोनिक मिसाइल भी विकसित कर रहे हैं, जिसकी पहली उड़ान 2027-28 में अपेक्षित है.