जम्मू कश्मीर के डोडा जिले के भद्रवाह में आई बाढ़ से कई गांव आपस में कट गए थे. बाढ़ के कारण एक पुल ध्वस्त हो गया था, जिससे लोगों की आवाजाही बंद हो गई थी. इस मुश्किल समय में भारतीय सेना मदद के लिए आगे आई. सेना के इंजीनियर्स ने मात्र 18 घंटे के भीतर नदी पर एक आपातकालीन फुटब्रिज तैयार कर दिया. इस पुल के टूटने से स्थानीय लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था, लेकिन आपातकालीन फुटब्रिज ने उन्हें नई रोशनी दी. स्थानीय लोगों ने सेना के इस कार्य की सराहना की. एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा, "ये तो बहुत अच्छी बात है की इंडियन आदमी ये काम जो है हम इनको अपनी तरफ से मैं पूरे इलाके की तरफ से इनको मुबारकबाद देना चाहूंगा की इन्होंने बहुत अच्छा काम किया." सेना के जवानों ने यह साबित किया है कि वे सिर्फ सीमा के प्रहरी नहीं, बल्कि हर मौके पर भारतीयों की ढाल बनकर खड़े रहते हैं. यह पुल सिर्फ एक ढांचा नहीं, बल्कि टूटी उम्मीदों को जोड़ने वाली डोर है.