भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय की वर्षगांठ पर तोलोलिंग चोटी तक एक विशेष अभियान चलाया, जिसमें 37 जवान शामिल हुए. एक सैनिक ने उस समय की कठिनाइयों का जिक्र करते हुए कहा, "ये वही रास्ता है जो आज से 26 साल पहले रात के अंधेरे में हमारे फौजी भाई यहां से पौलोलिंग के लिए पड़ाव दिया" यह अभियान 1999 के कारगिल युद्ध में सर्वोच्च बलिदान देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि देने और वर्तमान पीढ़ी को उनके शौर्य से परिचित कराने के उद्देश्य से किया गया.