जयपुर के दुर्गापुर इलाके में स्थित देव गुरु बृहस्पति मंदिर भक्तों के लिए आस्था का एक बड़ा केंद्र है. यह दुनिया का एकमात्र ऐसा मंदिर है जहाँ देव गुरु बृहस्पति की आराधना की जाती है. इस मंदिर का निर्माण साल 2009 में किया गया था और 7 जुलाई 2009 को इसे भक्तों के लिए खोला गया था. मंदिर के पुजारी के अनुसार, देव गुरु बृहस्पति ने उन्हें सपने में मंदिर बनवाने की आज्ञा दी थी, जिसके बाद उन्होंने महज 45 दिन के अंदर इस भव्य मंदिर का निर्माण पूरा किया. यहाँ दर्शन पूजन करने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव खत्म हो जाते हैं और भक्तों को शिक्षा, संतान, विवाह, व्यापार समेत जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. मंदिर में देवगुरु बृहस्पति की 5.25 फीट ऊंची प्रतिमा विराजमान है. यहाँ आने वाले भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं और उन्हें यहाँ से राहत महसूस होती है. एक भक्त ने बताया कि "शिक्षा, संतान, विवाह, राजयोग और धनके का कारक है देवगुरु बृहस्पति। इनके बिना ऐसा मानते हैं कि इनकी कृपा के बिना। यह संभव नहीं है." इस धाम में बजरंग बली के भी दर्शन का सौभाग्य मिलता है. यह मंदिर हजारों लाखों भक्तों के लिए आस्था का केंद्र है जहाँ मनोकामनाएं पूरी होती हैं और नकारात्मक ग्रह नक्षत्रों के प्रभाव से मुक्ति मिलती है.