बीकानेर के देशनोक स्थित करणी माता मंदिर में चूहों को 'काबा' के रूप में पूजा जाता है. मान्यता है कि "अगर आपको सफेद चूहे के दर्शन हो जाए तो समझो साक्षात करनी माता के दर्शन हो गए" और इससे सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इन चूहों द्वारा जूठा किया गया प्रसाद ही माता को भोग लगाया जाता है और भक्तों में वितरित होता है; यह भी माना जाता है कि चारण समुदाय के लोग मृत्यु के बाद कर्मानुसार यहाँ 'काबा' बनते हैं.