सावन के महीने में कांवड़ यात्रा का उत्साह चरम पर है. हरिद्वार में कांवड़ मेला शुरू हो चुका है और गंगाजल लेने के लिए कांवड़ियों का आगमन जारी है. इस यात्रा में हर तबके और हर उम्र के लोग शामिल हो रहे हैं. हरिद्वार में कांवड़ यात्रा के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. पश्चिम उत्तर प्रदेश के मवाना के पास के रहने वाले एक कांवड़िये अपने माता-पिता को पालकी जैसी कांवड़ में बिठाकर यात्रा पर निकले हैं. इससे पहले वे अपने दादा-दादी को भी इसी तरह कांवड़ यात्रा करवा चुके हैं. वहीं, हरिद्वार में एक हरी कांवड़ भी देखने को मिली है, जो हरियाली और किसानों को समर्पित है.