बाबा केदारनाथ की पंचमुखी डोली पाटा से चलकर गौरीकुंड पहुँच गई है, जहाँ गौरी माई मंदिर में रात्रि विश्राम होगा. मुख्य पुजारी ने बताया कि श्रद्धालु महादेव के जयकारे लगाते हुए पैदल यात्रा कर रहे हैं, कई भक्त बिना जूते और बिना कुछ खाए-पिए आस्था में लीन हैं. पुजारी के अनुसार, "जो भी आता है भगवान भोलेनाथ जी का दर्शन करके उनका जीवन पावन हो जाता है, सात जन्म का पाप निवारण उनके उनको मोक्ष प्राप्त हो जाता है."