मुजफ्फरनगर के एक व्यक्ति ने पढ़ाई में कई बार असफलता का सामना किया. स्कूल में कई बार फेल हुए और ग्रेजुएशन में पांच बार असफल रहे. उन्होंने तीन अलग-अलग विश्वविद्यालयों में पढ़ाई की, लेकिन हार नहीं मानी. अपनी दृढ़ता से उन्होंने असफलता को सफलता में बदल दिया. आज उनके पास डिग्रियों का भंडार है. उन्होंने 13 विषयों में यूजीसी नेट की परीक्षा उत्तीर्ण की है. इसके अतिरिक्त, उन्होंने जेएनयू की प्रवेश परीक्षा विभिन्न विषयों में 33 बार पास की है. उनका कहना है, "मैं विश्व का सबसे शिक्षित व्यक्ति हूँ क्योंकि मेरे पास 13 विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने की एलिजिबिलिटी है" उन्होंने बताया कि उन्हें पढ़ने की आदत लग गई थी और वे असफलता के कलंक को मिटाना चाहते थे.