गुजरात के जूनागढ़ और वेरावल के बीच मीटर गेज रेल ट्रैक पर 4 अगस्त को एक बड़ा हादसा टल गया. सुबह करीब 8 बजे बिलखा से गुजर रही ट्रेन के लोको पायलट बिलराम और सहायक पायलट हरदीप ने ट्रैक पर शेरों के एक परिवार को देखा. इसमें एक शेर, शेरनी और उनके तीन शावक शामिल थे. लोको पायलटों ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी, जिससे शेरों का पूरा परिवार रेल के पहिए के नीचे आने से बच गया. ट्रेन रुकने के बाद वन विभाग को सूचना दी गई और उनके ट्रैकर ने शेरों को पटरी से दूर किया. एक अधिकारी ने बताया कि, 'हमने अपने लोको पायलट को भी बहुत ही संवेदनशील और इस मामले में सजग रहने के लिए निर्देश दिए हैं' इस पहल के परिणामस्वरूप वर्ष 2024-25 में कुल 159 शेरों की रक्षा की गई है, जबकि 2025-26 में अब तक 29 शेरों को बचाया गया है. यह उपलब्धि लगातार हासिल की जा रही है.