श्रावण मास के समापन के साथ श्रावण पूर्णिमा पर दुनिया भर में रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा। इस पर्व की शुरुआत भगवान महाकाल के आनंद से होगी. परंपरा के अनुसार, इसी दिन भगवान महाकाल को 1,25,000 लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा. इन लड्डुओं को शुद्ध घी, शक्कर और ड्राई फ्रूट्स से तैयार किया जा रहा है. इन लड्डुओं को बनाने का काम शुरू हो चुका है. भगवान महाकाल को यह प्रसाद रक्षाबंधन के दिन अर्पित किया जाएगा. 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन तड़के होने वाली भस्मारती में राखी अर्पित की जाएगी. यह विशेष भोग और भस्मारती रक्षाबंधन के पर्व को और भी खास बनाएगी. यह आयोजन श्रावण पूर्णिमा के महत्व को दर्शाता है और भक्तों के लिए एक विशेष अवसर प्रदान करता है.