अब रुख करते हैं प्रगति मार्ग का. जहां ऐसी खबरें हैं जो देश की तरक्की, प्रगति और लोगों की काबिलियत दिखाती हैं. झारखंड के दशरथ मांझी को कौन नहीं जानता जिन्होंने पत्नी के प्यार में पहाड़ काट कर रास्ता बना डाला. अब ऐसी ही मिसाल बने मुंबई के सबसे उम्रदराज पर्वतारोही शरद कुलकर्णी. शरद को पत्नी से एवरेस्ट जितना प्यार है. 50 की उम्र में पत्नी के साथ एवरेस्ट फतह का सपना देखा था. सफर में पत्नी का साथ छूटा लेकिन शरद का हौसला नहीं टूटा. 60 की उम्र में उन्होंने माउंट एवरेस्ट फतह कर पत्नी की तमन्ना पूरी की है.
Now let's turn to the path of progress. Where there are such news which shows the progress, progress and capability of the people of the country. Who does not know Dashrath Manjhi of Jharkhand, who made a path by cutting a mountain for the love of his wife.