केंद्र की मोदी सरकार ने जातिगत जनगणना करवाने की मांग को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद देश की राजनीति में हलचल मच गई है. विपक्ष इसे अपनी जीत बता रहा है, कांग्रेस ने कहा कि सरकार ने उनके विजन को स्वीकारा, वहीं सत्ता पक्ष इसे सामाजिक न्याय की दिशा में उठाया कदम बता रहा है. जन सुराज पार्टी के प्रशांत किशोर ने कहा, "जातीय जनगणना करने से समाज का सुधार नहीं हो जाएगा. किताब को पढ़ना पड़ेगा तब नहीं सुधार होगा"