अमिताभ बच्चन की एक फिल्म का डॉयलॉग है. मूछें हो तो नत्थू लाल जैसी. नत्थू लाल तो महज कल्पना है. लेकिन मूछें हकीकत और मर्दों की शान, तभी तो राजस्थान में मूछों की इस प्रतियोगिता में आप ऐसे-ऐसे मर्द या कहें कि प्रतिभागी दिख जाएंगे. जिन्हें देखने के बाद बिना मूछ वालों के मन में भी एक बार अपनी क्लीन शेव मूछों पर हाथ फेरने का मन कर जाएगा. उनके भीतर ये सोच उबाल मार जाएगी कि चलो इस बार मूछ रख कर देख लेते हैं.
In fact, a similar competition was seen in the Pushkar fair of Ajmer, where mustache not only brought fame to a person but also got a reward.