नोएडा पुलिस ने एक बड़े फर्जी डिग्री गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह पिछले डेढ़ साल से नोएडा सेक्टर एक स्थित एक कमर्शियल ऑफिस से फर्जी मार्कशीट और डिग्रियां बना रहा था. पुलिस ने छापेमारी कर गिरोह के दो सदस्यों, अभिमन्यु गुप्ता और धर्मेंद्र गुप्ता को गिरफ्तार किया है. इनके पास से देश भर के अलग-अलग बोर्ड्स और विश्वविद्यालयों की फर्जी मार्कशीट, डिग्री, मोहरें, प्रिंटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन, दो लग्जरी कारें और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं. यह गिरोह छात्रों को 80,000 रुपये से लेकर 2,00,000 रुपये तक में नकली डिग्रियां और मार्कशीट बेच रहा था. ये लोग गूगल और अन्य ऑनलाइन माध्यमों का उपयोग कर असली जैसी दिखने वाली मार्कशीट तैयार करते थे. गिरोह उन छात्रों को निशाना बनाता था जो फेल हो चुके थे या जिनके पास नौकरी के लिए डिग्री नहीं थी. पुलिस के अनुसार, "ये फर्जी मार्कशीट बनाने वाला गैंग था जो लोगों को फर्जी मार्कशीट उपलब्ध कराता था. बना करके ऑन डिमॅंड उपलब्ध कराता था और इसमें गिरोह के दो सदस्य हैं जो एक इसका मुख्य साजिश करता था. अभिमन्यु गुप्ता और दूसरा इसका साथी है. धर्मेंद्र गुप्ता ये गिरफ्तार हुए हैं" पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है और गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है. माना जा रहा है कि इस रैकेट का नेटवर्क काफी बड़ा है और आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां हो सकती हैं.