प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच देशों की यात्रा के दौरान त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे. यहां भारतीय प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया गया. प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान दोनों देशों की साझा सांस्कृतिक विरासत पर बात की. उन्होंने त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद को बिहार की बेटी बताया. प्रधानमंत्री मोदी ने रात्रिभोज में सुहारी पत्ते पर भोजन किया, जो त्रिनिदाद में भारतीय मूल के लोगों की सांस्कृतिक परंपरा का हिस्सा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कमला प्रसाद को अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिकृति, सरयू नदी का पवित्र जल और प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ का जल भेंट किया. यह भेंट भारत और त्रिनिदाद और टोबैगो के बीच गहरे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों का प्रतीक है. प्रधानमंत्री मोदी ने एक कार्यक्रम में भारत और त्रिनिदाद और टोबैगो की साझा सांस्कृतिक विरासत का जिक्र किया. उन्होंने कहा, "पीपल इन इंडिया कंसिडर प्राइम मिनिस्टर कमला जी, एस ए डॉटर ऑफ बिहार यहां उपस्थित अनेक लोगों के पूर्वज बिहार से ही आए हैं. बिहार की विरासत भारत के साथ ही दुनिया का भी गौरव है" त्रिनिदाद और टोबैगो की कुल आबादी में 45 फीसदी भारतीय मूल के लोग हैं, जिनमें 23 फीसदी हिंदू हैं. प्रधानमंत्री कमला प्रसाद भी भारतीय मूल की हैं और उनके पूर्वजों का संबंध बिहार के बक्सर जिले के फेलूपुर गांव से है. उनके परदादा पंडित राम लखन मिश्रा 1880-90 के बीच गिरमिटिया मजदूर के रूप में त्रिनिदाद पहुंचे थे. 2012 में प्रधानमंत्री बनने के बाद कमला प्रसाद अपने पैतृक गांव आई थीं. प्रधानमंत्री मोदी ने भोजपुरी भाषा में पोस्ट साझा कर भोजपुरी संगीत की प्रशंसा की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी भोजपुरी में संदेश दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने उम्मीद जताई कि यहां रह रहे भारतीय मूल के लोगों का भारत के साथ संबंध मजबूत होगा, जिससे भावी पीढ़ियों के लिए साझा विरासत सुरक्षित रहेगी.