आज सोमवती अमावस्या पर वट सावित्री की पूजा हो रही है. इस बार व्रत पर भरणी नक्षत्र, शोभन योग, अतिगंड योग और चंद्रमा के वृषभ राशि में होने से अत्यंत दुर्लभ संयोग बन रहा है, जिससे, मान्यतानुसार, "व्रतियों को आज के व्रत से 100 गुणा अधिक फल की प्राप्ति होगी" अमावस्या तिथि आज दोपहर 12:11 से कल सुबह 8:31 तक है, और इस दिन पितृ तर्पण से पितृदोष से मुक्ति की भी मान्यता है.