वैसे तो ब्रजभूमि इन दिनों होली की रंगत को लेकर चर्चा में है. लेकिन ब्रजभूमि में आस्था और भक्ति का रंग भी काफी गाढ़ा होता है. आम भक्तों का यहां साल भर तांता लगा रहता है. साधु संत भी ध्यान और पूजा अर्चना के लिए आते हैं. बरसाना में साधुओं के लिए विेशेष आश्रम तैयार किया गया है. इस आश्रम में संतों के लिए 108 कुटिया तैयार की गई हैं. इनकी खासियत ये है कि ये पूरी तरह से इको फ्रेंडली हैं. यानी इनके निर्माण में किसी कंक्रीट का इस्तेमाल नहीं किया गया है.