वाराणसी और प्रयागराज में नदियां उफान पर हैं, जिससे घाटों और आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान नावों से घर-घर पहुंच रहे हैं, लोगों को दवाइयां और खाना पहुंचा रहे हैं और उन्हें सुरक्षित जगहों पर ले जा रहे हैं. प्रयागराज में गंगा और यमुना में सैलाब के कारण कई रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है. लोग घरों को छोड़कर छतों पर जा रहे हैं और दुकानें बंद हो गई हैं. बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए प्रयागराज में 18 राहत शिविर बनाए गए हैं और 84 विशेष पुलिस चौकियां भी स्थापित की गई हैं. एक छात्र ने बाढ़ में फंसे कुत्ते को डोलची में रखकर बचाया, जिसका नाम अवनीश है. वाराणसी में 80 घाट भी बाढ़ की चपेट में हैं, लेकिन लोगों की आस्था पर इसका कोई असर नहीं पड़ा है. लोग बाढ़ के पानी में भी स्नान कर रहे हैं.