दिल्ली में अभी 37 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट काम कर रहे हैं. लेकिन इनमें अधिकतर प्लांट अपनी क्षमताओं के मुताबिक काम नहीं कर रहे हैं. मतलब ये कि जिस सीवेज का ट्रीटमेंट करके उन्हें पानी को यमुना में गिराना चाहिए था. उस मकसद में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट कामयाब नहीं हो रहे हैं. सवाल है कि सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट पर 'ध्यान' से बनेगा यमुना सफाई का काम? दिल्ली के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर हमारे संवाददाता मनीष चौरसिया ने बात कि यमुना की सफाई के मिशन में जुटे पर्यावरणविद अतुल कुमार से.