रेवाड़ी के धारूहेड़ा में शनिवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां मध्यप्रदेश के एक दंपती ने बच्चा न होने की परेशानी में एक ही फंदे पर लटककर जान दे दी. दोनों ने मौत से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें साफ लिखा, 'हमारे शव माता-पिता को सौंप देना और एक ही चिता पर अंतिम संस्कार करना.' रविवार को पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों की आखिरी इच्छा पूरी की गई और एक ही चिता पर उनका अंतिम संस्कार किया गया.
बच्चा न होने से परेशान था कपल
मृतकों की पहचान मध्यप्रदेश के सागर जिले के बरपानी गांव के रहने वाले राजकुमार और उनकी पत्नी हाली के रूप में हुई. दोनों ने वर्ष 2020 में लव मैरिज की थी और शादी के बाद काम की तलाश में रेवाड़ी के धारूहेड़ा आकर रहने लगे. राजकुमार गुरुग्राम के बिनौला की एक कंपनी में नौकरी करता था.
परिवार के मुताबिक, दोनों शादी के बाद से ही बच्चा न होने की वजह से मानसिक तनाव में रहते थे. हालांकि सुसाइड नोट में इसका जिक्र नहीं किया गया, लेकिन परिजनों के पहुंचने पर वजह साफ हुई.
रात में इंस्टाग्राम पर डाली 'आखिरी गुड नाइट' स्टोरी
राजकुमार के भाई महेंद्र के मुताबिक, शुक्रवार रात करीब 11 बजे दोनों एक परिचित की मैरिज एनिवर्सरी पार्टी में गए थे और रात 1 बजे वापस आए. सुबह करीब 8 बजे राजकुमार ने भाई के साथ नाश्ता भी किया. सब कुछ सामान्य लग रहा था. लेकिन दो घंटे बाद महेंद्र जब उसे बुलाने कमरे गया, तो दरवाजा अंदर से बंद मिला. आवाज देने और खटखटाने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. खिड़की से अंदर झांककर देखा तो दोनों एक ही फंदे पर लटके थे.
महेंद्र ने बताया कि बाद में जब उन्होंने राजकुमार का इंस्टाग्राम चेक किया तो पता चला कि पार्टी से आने के बाद उसने एक स्टोरी लगाई थी, 'भाइयों, सभी को आखिरी गुड नाइट…' इससे अंदाजा लग रहा है कि दंपती ने रात में ही सुसाइड का फैसला ले लिया था.
सुसाइड नोट में लिखा, हम मर्जी से यह कदम उठा रहे हैं
धारूहेड़ा थाने के एसएचओ कश्मीर सिंह ने बताया कि मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है. उसमें लिखा है, 'हम अपनी मर्जी से यह कदम उठा रहे हैं.' साथ ही, दोनों ने एक ही कफन और एक ही चिता पर अंतिम संस्कार की इच्छा जताई. पुलिस के अनुसार, दंपती ने बच्चा न होने की बात नोट में नहीं लिखी, लेकिन परिवार ने बताया कि यही उनकी सबसे बड़ी चिंता थी.
पोस्टमॉर्टम के बाद रविवार को दोनों का अंतिम संस्कार उनके परिवार की मौजूदगी में एक ही चिता पर किया गया जैसा वे हमेशा साथ जीना चाहते थे, वैसा ही साथ उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा.
-देशराज सिंह की रिपोर्ट