Maharashtra: बच्चों को स्कूल में पढ़ाने से माफ होगा घर और पानी का टैक्स, ग्राम पंचायत उठाएगी कर का बीड़ा

महाराष्ट्र के बुलढाना जिले की एक ग्रामपंचायत में प्रस्ताव पारित किया गया. जिसमें लिखा गया है कि गांव की जिला परिषद स्कूल में बच्चों को जो पढ़ाएगा उसके घर का टैक्स और पानी टैक्स ग्राम पंचायत भरेगी.

gnttv.com
  • नई दिल्ली,
  • 03 जून 2025,
  • अपडेटेड 9:21 AM IST

महाराष्ट्र के बुलढाना जिले की एक ग्रामपंचायत में प्रस्ताव पारित किया गया. जिसमें लिखा गया है कि गांव की जिला परिषद स्कूल में बच्चों को जो पढ़ाएगा उसके घर का टैक्स और पानी टैक्स ग्रामपंचायत भरेगी. इस ऐतिहासिक प्रस्ताव की चर्चा जिले में हो रही है.

जिले के भडगाव (मायंबा) ग्रामपंचायत में एक सराहनीय कदम उठाया है, ग्रामपंचायत ने जो प्रस्ताव पारित किया है उसमें कहा गया है कि, गांव के जिला परिषद प्राथमिक स्कूल में एडमिशन लेने वाले विद्यार्थियों के घरों का पानी का टैक्स और घर का टैक्स ग्रामपंचायत कार्यालय भरेगा.

कब लिया गया फैसला
भडगाव (मायंबा) ग्रामपंचायत के सभी सदस्यों और गांव के लोगों ने बीते 24 अप्रैल को मीटिंग ली थी. जिसमें चर्चा की गई की, गांव के जिला परिषद स्कूल में जो अपने बच्चों का एडमिशन करवाएगा उसके घर का टैक्स और पानी का टैक्स माफ किया जाएगा. जिससे जिला परिषद स्कूल में जो विद्यार्थियों की संख्या कम हो रही है वह भी बढ़ेगी. इस प्रस्ताव पर सबने अपनी सहमति दर्शाने के बाद यह प्रस्ताव पारित किया गया.

क्या कहा सरपंच ने
ग्रामपंचायत महिला सरपंच और सचिव ने कहा कि गांव के निजी स्कूल में बच्चों की संख्या देख विचार आया कि जिला परिषद की स्कूल में भी विद्यार्थियों की संख्या बढ़े, जिसके चलते घर टैक्स और पानी टैक्स माफ करने का प्रस्ताव लिया गया.

गांव में रहने वाले लेकिन दूसरे जिले पर सरकारी स्कूल के शिक्षक ने कहा कि ग्रामपंचायत द्वारा लिया गया निर्णय स्वागत करने लायक है. इसका अनुसरण बाकी ग्रामपंचातों ने भी करना चाहिए और जिला परिषद की स्कूलों को बचाना चाहिए. सभी ने अगर जिला परिषद की स्कूलों पर ध्यान दिया तो फिर से पुराने दिन जिला परिषद स्कूलों के लौट आएंगे.

कितने बच्चे पढ़ते हैं
भडगाव (मायंबा) गांव में जो जिला परिषद की जो प्राथमिक स्कूल है उसमें कक्षा 1 से 4 थी तक क्लास है और चारों क्लास में बीते सेशन में 28 विद्यार्थी थे, अब ग्रामपंचायत के इस निर्णय का फायदा कितने बच्चों के माता - पिता लेते हैं यह तो आने वाला समय बताएगा, लेकिन पता चला है कि 29 विद्यार्थियों के परिजनों ने जिला परिषद स्कूल में एडमिशन लेने की सहमति दिखाई है.

-जाका खान की रिपोर्ट

 

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