वो देश जहां 2022 नहीं 2015 चल रहा है, आखिर क्यों दुनिया से 7 साल पीछे चलता है ये मुल्क?

अफ्रीकी देश इथियोपिया दुनिया से कई मामलों में बिल्कुल अलग है. इथियोपिया का कैलेंडर दुनिया के कैलेंडर से 7 साल पीछे चलता है. जहां पूरी दुनिया में इस समय साल 2022 चल रहा है, वहीं इस देश में 2015 चल रहा है.

इथियोपिया (फाइल फोटो)
श्रुति श्रीवास्तव
  • नई दिल्ली ,
  • 25 फरवरी 2022,
  • अपडेटेड 8:15 PM IST
  • इथियोपिया का कैलेंडर दुनिया के कैलेंडर से 7 साल पीछे चलता है.
  • इथियोपिया में इस समय साल 2015 चल रहा है.

घूमने-फिरने का शौक रखने वाले दुनिया के हर देश की सैर करना और उनके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी रखना चाहते हैं. कई देश अपनी अनोखी खूबियों के कारण दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं. कहीं की प्राकृतिक सुदंरता सबसे अलग है, तो कहीं की संस्कृति. पर इन सबसे हटकर एक देश ऐसा भी है जिसका कैलेंडर बाकी देशों से अलग है. जी हां, जहां पूरी दुनिया में इस समय साल 2022 चल रहा है, वहीं इस देश में 2015 चल रहा है. आपकी जिज्ञासा को शांत करते हुए चलिए आपको बताते हैं इस अनोखे देश इथियोपिया (Ethiopia) में ऐसा क्यों है और क्या वजह है कि इसका कैलेंडर पूरी दुनिया से 7 साल पीछे चलता है. 

दक्षिण अफ्रीका का यह देश इथियोपिया दुनिया से कई मामलों में बिल्कुल अलग है. इथियोपिया का कैलेंडर दुनिया के कैलेंडर से 7 साल, 3 महीने पीछे चलता है. जहां दूसरे देशों में एक साल में 12 महीने होते हैं, तो वहीं इस देश में 13 महीने का एक साल होता है. इथियोपिया एक बेहद दिलचस्प देश है. इस देश का इतिहास काफी पुराना है, लोगों के रहन सहन का तरीका अलग है. इथियोपिया एक ऐसी जगह है, जहां बीते वक्त में जाने जैसा अनुभव होता है.

इथियोपिया (फाइल फोटो)

11 सितंबर को मनाया जाता है नया साल 

इथियोपिया की जनसंख्या करीब 85 लाख है. यह अफ्रीका का दूसरा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश है. इथियोपिया का कैलेंडर ग्रेगोरियन कैलेंडर से करीब पौने आठ साल पीछे है. यहां पर न्यू ईयर 1 जनवरी को नहीं, बल्कि 11 सितंबर को मनाया जाता है. पूरी दुनिया में ग्रेगोरियन कैलेंडर की शुरुआत 1582 में हुई थी, इससे पहले जूलियन कैलेंडर का इस्तेमाल हुआ करता था. हालांकि, जब नया कैलेंडर आया तो सभी देशों ने इस अपना लिया, लेकिन कई देश इसका विरोध कर रहे थे. इनमें इथियोपिया भी शामिल था. इथियोपिया में रोमन चर्च की छाप रही है. यानी इथियोपियन ऑर्थोडॉक्स चर्च को मानते हैं. ईसा मसीह का जन्म 7 बीसी में हुआ और इसी के अनुसार कैलेंडर की गिनती शुरू हुई. वहीं, दुनिया के बाकी देशों में ईसा मसीह का जन्म AD1 में बताया गया है. इसी  वजह से अब तक यहां के कैलेंडर में साल 2015 चल रहा है जबकि दुनिया में 2022 की शुरुआत हो चुकी है. 

इथियोपियन कैलेंडर में 13 महीने का एक साल होता है

इथियोपिया उन देशों में शामिल है, जो अपने खुद के कैलेंडर सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं. देश में महत्वपूर्ण छुट्टियां उन दिनों में मनाई जाती है, जो बाकी दुनिया से अलग हैं. इथियोपियन कैलेंडर में 13 महीने का एक साल होता है जिसमें 12 महीने 30 दिन के होते हैं. आखिरी महीने को यहां पर पाग्युमे कहा जाता है, जिसमें पांच-छह दिन होते हैं. साल की गिनती में नहीं आने वाले दिनों को जोड़कर इस महीने को बनाया जाता है. यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल सबसे ज्यादा जगहें इथियोपिया की हैं. इस देश की खूबसूरती देखने दुनियाभर से लोग यहां आते हैं. 

 

 

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